FII Returns: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने लगातार 38 सत्रों में बिकवाली के बाद पिछले महीने 25 नवंबर को बिकवाली से अधिक खरीदारी की। ओवरऑल नवंबर में उन्होंने खरीदारी से अधिक बिकवाली की लेकिन नवंबर के दूसरे हाफ में वे नेट बायर्स रहे। इसके चलते भारतीय स्टॉक मार्केट में उनकी हिस्सेदारी एक बार फिर 16 फीसदी के पार पहुंच गई। अक्टूबर में ताबड़तोड़ बिकवाली के चलते FIIs की घरेलू इक्विटी में हिस्सेदारी गिरकर 16 फीसदी के नीचे फिसल गई थी जो नवंबर के दूसरे हाफ में खरीदारी के चलते 16.09 फसीदी पर पहुंच गई। सबसे अधिक खरीदारी उन्होंने फाइनेंशियल सर्विसेज के स्टॉक्स में की।
FIIs ने वापसी में इन शेयरों पर लगाया सबसे अधिक दांव
नवंबर के दूसरे हाफ में एफआईआईज ने फाइनेंशियल सर्विसेज में 9597 करोड़ रुपये डाले। इसके बाद उन्होंने सबसे अधिक दांव आईटी शेयरों पर लगाया और इसमें 2429 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसके बाद विदेशी संस्थागत निवेशकों ने एफएमसीजी में 2184 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसकी तुलना अक्टूबर और नवंबर के पहले हाफ से करें तो एफआईआईज ने अक्टूबर में 26,139 करोड़ रुपये के और नवंबर के पहले हाफ में 7,092 करोड़ रुपये के फाइनेंशियल स्टॉक्स बेचे थे। वहीं आईटी शेयरों में मिला-जुला रुझान रहा और अक्टूबर में उन्होंने 2,899 करोड़ रुपये निकाले थे तो नवंबर के पहले हाफ में 3,087 करोड़ रुपये डाले थे। एफएमसीजी की बात करें तो विदेशी निवेशकों ने इस सेक्टर से अक्टूबर में 11,582 करोड़ रुपये और नवंबर के पहले हाफ में 3,589 करोड़ रुपये की निकासी की थी।
बाकी सेक्टर्स में कैसा रहा FIIs का रुझान
नवंबर के दूसरे हाफ में बाकी सेक्टर्स की बात करें तो एफआईआईज ने रियल्टी सेक्टर में 1,367 करोड़ रुपये, कैपिटल गुड्स में 681 करोड़ रुपये, कंज्यूमर सर्विसेज में 471 करोड़ रुपये और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 426 करोड़ रुपये की नेट खरीदारी की। अक्टूबर महीने में एफआईआईज ने रियल्टी सेक्टर से 1,390 करोड़ रुपये की नेट निकासी की थी लेकिन फिर नवंबर के पहले हाफ में 694 करोड़ रुपये की खरीदारी की। कैपिटल गुड्स की बात करें तो एफआईआईज ने अक्टूबर में 2,786 करोड़ रुपये की नेट खरीदारी और नवंबर के पहले हाफ में 1,004 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली की। वहीं कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में अक्टूबर में 8,863 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली और नवंबर के पहले हाफ में 433 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली की।
इन सेक्टर्स पर रुझान में कोई बदलाव नहीं
एफआईआईज का कई सेक्टर्स में रुझान बदला है लेकिन तेल और गैस, ऑटो, टेलीकॉम और कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स पर बिकवाली का रुझान बना हुआ है। ऑयल एंड गैस सेगमेंट में एफआईआईज ने नवंबर के दूसरे हाफ में 6,132 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली की। इससे पहले अक्टूबर में उन्होंने 21,444 करोड़ रुपये और नवंबर के पहले हाफ में 7,214 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली की थी।
इसके अलावा नवंबर के दूसरे हाफ में ऑटोमोबाइल्स में 3053 करोड़ रुपये और टेलीकॉम में 2,942 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली की। इससे पहले अक्टूबर महीने में ऑटोमोबाइल्स में 10,440 करोड़ रुपये और टेलीकॉम में 2,698 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली थी तो नवंबर के पहले हाफ में ऑटोमोबाइल्स में 4,411 करोड़ रुपये और टेलीकॉम में 2,136 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली की थी। कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स में बात करें तो नवंबर के दूसरे हाफ में एफआईआईज ने 1913 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली की जबकि अक्टूबर में उन्होंने 3,440 करोड़ रुपये और नवंबर के पहले हाफ में 802 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली की थी।