F&O Manual : निफ्टी अब तक अपने 15 सितंबर के हाई 20222 से 1300 अंक टूट चुका। आज 26 अक्टूबर को वीकली एक्सपायरी वाले दिन बाजार में बिकवाली तेज हो गई है। पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली और मंथली एफएंडओ एक्सपायरी के चलते भारी दबाव में आ गए है। बाजार जानकारों का ये भी कहना है कि अभी गिरावट का ये दौर खत्म नहीं हुआ है। ट्रेडर्स की राय है कि आज अभी बाजार में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
एक ट्रेडर राजेश श्रीवास्तव का कहना है कि वीकली एक्सपायरी वाले दिन के दूसरे आधे भाग में बाजार में तेज उतार-चढ़ाव के साथ वोलैटिलिटी बढ़ने की उम्मीद है। बाजार में कमजोरी का रुझान कायम है। मंथली एक्पायरी वाले दिन के आखिरी घंटों में बाजार में और गिरावट आने की संभावना है।
दोपहर 01.50 बजे के आसपास सेंसेक्स 886 अंक यानी 1.38 फीसदी की कमजोरी के साथ 63163.06 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 275.30 अंक या 1.44 फीसदी की गिरावट के साथ 18850 पर दिख रहा था। लगभग 502 शेयर बढ़े थे। जबकि 2579 शेयर गिरे थे। जबकि 82 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
ठीक एक महीने पहले, निफ्टी के नई ऊंचाई छूने से बाजार उत्साहित था। ब्रॉडर मार्केट भी जोश में थे और कुछ शेयरों में तो अप्रत्याशित तेजी देखने को मिल रही थी। अब लगातार 6 कारोबारी सत्रों से बेंचमार्क इंडेक्सों में गिरावट देखने को मिल रही है। मिडकैप इंडेक्स अपने हाई से 3000 अंक से ज्यादा टूट चुका है। जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 700 अंक से ज्यादा की गिरावट आई है।
बाजार में गिरावट की क्या है वजह?
मंत्री फिनमार्ट के फाउंडर अरुण कुमार मंत्री का कहना है कि अमेरिका में बढ़ती बॉन्ड यील्ड के कारण बाजार काफी दबाव में है। यूएस बॉन्ड यील्ड 5 फीसदी की मनोवैज्ञानिक सीमा को पार कर गया है। इसके अलावा, फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने अपने हालिया भाषण में आगे दरों में बढ़ोतरी के संकेत दिये हैं। इज़राइल-हमास के बढ़ते संघर्ष ने भी निवेशकों का सेंटीमेंट खराब किया है। घरेलू मोर्चे पर देखें तो विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की लगातार बिकवाली और मंथली एफएंडओ एक्पायरी के चलते आई बिकवाली ने सेंसेक्स-निफ्टी पर दबाव बनाया है। अब ग्लोबल संकेत और कच्चे तेल की कीमतें शॉर्ट टर्म में बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।
अगर बाजार में रिकवरी आती है तो किन शेयरों में आएगी तेजी
अरुण कुमार मंत्री का कहना है कि अगर बाजार में मौजूदा स्तरों से रिकवरी आती है तो उम्मीद है कि बैंक, आईटी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में तेजी आएगी। इस समय इन सेक्टरों के क्वालिटी शेयरों में खरीदारी की जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि जिन शेयरों ने पहले अच्छा रिटर्न दिया था, उनमें अब काफी करेक्शन आ गया है। खासकर डिफेंस, रेलवे, बैंकिंग और चुनिंदा मिड-कैप शेयरों में इनके हाई से काफी ज्यादा गिरावट आई है। इन स्टॉक्स पर हमारी नजर रहनी चाहिए।
क्या कहते हैं ऑप्शन आंकड़े
ऑप्शंस डेटा से पता चलता है कि 18950 और 1,000 स्ट्राइक पर भारी कॉल राइटिंग हुई है। आज दिन भर कॉल राइटर्स का दबदबा रहा है। एक्सिस सिक्योरिटीज के मुताबिक कॉल साइड पर सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट 19100 की स्ट्राइक पर देखने को मिली है। इसके बाद 18950 और 18900 पर भी काफी कॉल राइटिंग हुई है। ये लेवल तत्काल रजिस्टेंस के रूप में काम कर सकते हैं।
वहीं पुट साइड पर सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट 18800 की स्ट्राइक प्राइस पर देखने को मिली है। इसके बाद 18700 और 18600 पर काफी ज्यादा पुट ओपन इंटरेस्ट जो निफ्टी के लिए सपोर्ट का काम कर सकते हैं। अलग शेयरों की बात करें तो ज्युबिलेंट फ़ूड वर्क्स, आरईसी लिमिटेड, पॉलीकैब और पीईएल में शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।