भारतीय शेयर बाजारों को आज दोहरी मार झेलनी पड़ी। भू-राजनीतिक तनाव जहां बाजार के सेंटीमेंट के लिए बड़ी बाधा बना हुआ है। वहीं कच्चे तेल की कीमतें भी बुधवार को 110 डॉलर प्रति बैरल के पार चले के कारण बजार में जोखिम बढ़ता हुआ दिखा। स्वास्तिका इनवेस्टमेंट के संतोष मीणा ने लाइवमिंट में लिखे एक आर्टिकल में बताया कि बेंचमार्क इंडेक्स की तरफ देखें तो, बुधवार को बाजार काफी कमजोर दिखा रहा था। हालांकि व्यापक बाजार यानी मिड और स्मॉल कैप शेयरों में निचले स्तर पर कुछ खरीदारी हुई है।
संतोष मीणा ने बताया कि कमोडिटी की बढ़ती कीमतों के चलते कमोडिटी शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन दिखाया। वहीं लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के शेयरों में भी निचले स्तर पर खरीदारी दिखी। फिलहाल, रूस-यूक्रेन संकट से जुड़ी खबरें और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी बाजार में अस्थिरता के प्रमुख कारक हैं।
उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से, निफ्टी (Nifty) के 200 दिनों के मूविंग एवरेज से नीचे जाने के चलते बाजार का टेक्सचर कमजोर हो गया है। हालांकि, निफ्टी 16400-16200 जोन में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि बाजार में बुल का आत्मविश्वास तभी बढ़ेगा, जब यह 17100 के स्तर से ऊपर जाएगा। वहीं अगर निफ्टी 16200 से नीचे फिसलता है तो 15900 अगला अहम सपोर्ट लेवल होगा।
बैंक निफ्टी (Bank Nifty) 35,000 के एक अहम मनोवैज्ञानिक सपोर्ट लेवल के पास कारोबार कर रहा है। अगर यह इस स्तर को बनाए रखने में सफल रहता है तो हमें 36350-36750 की तरफ कुछ शॉर्ट कवरिंग देखने को मिल सकती है। हालांकि अगर यह 35, 000 के स्तर से नीचे फिसल जाता है तो 34000 अगला अहम सपोर्ट लेवल होगा।
संतोष मीणा ने कहा कि कल यानी गुरुवार को बाजर में वीकली ऑप्शन एक्सपायरी है, जहां डेरिवेटिव डेटा बिखरा हुआ है और पुट अंडरराइटर्स के बीच कोई विश्वास नहीं है। हालांकि 0.84 का पुट-कॉल रेशियो थोड़ा अधिक बिका है। बैंक निफ्टी में 35,000 पुट अंडरराइटर्स अभी भी कुछ आत्मविश्वास दिखा रहे हैं इसलिए हम यहां से वापसी की उम्मीद कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हम 2003-2007 जैसे स्ट्रक्चरल बुल मार्केट में हैं और पिछली रैली में 30% से अधिक के 3 करेक्शन देखने को मिले थे। हम बाजार में पहला अच्छा करेक्शन देख रहे हैं और लंबी अवधि के निवेशकों को इस गिरावट से घबराना नहीं चाहिए। यह गिरावट खरीदारी के लिए एक अच्छा मौका मुहैया कराएगी, जहां अगले 3-5 वर्षों में बड़ी संपत्ति बनाई जा सकती है। इसलिए, लंबी अवधि में निवेश बनाए रहना चाहिए और इस करेक्शन में खरीदारी के अवसरों की तलाश करनी चाहिए।
शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को बहुत सारी अनिश्चितताओं के चलते अपना निवेश कम रखना चाहिए, जहां लॉन्ग पोजिशन के लिए उनका 16,200 ट्रेडिंग स्टॉप लॉस होना चाहिए। निवेशकों को ऐसे कारोबार पर फोकस करना चाहिए, जिनका फोकस घरेलू मार्केट पर हो। उदाहरण के लिए कैपिटल गुड्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेटस, बैंकिंग आदि।
संतोष मीणा ने कहा कि IT सेक्टर का अच्छा प्रदर्शन करना जारी रह सकता है। इस सेक्टर में आई गिरावट कुछ क्वालिटी वाले शेयरों को खरीदने का मौका हो सकता है। वहीं ऑटो शेयर भी रिस्क-रिवॉर्ड के अनुपात में खरीदारी के लिए बेहतर दिख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस गिरावट में हमारे पसंदीदा टॉप पिक्स स्टॉक में थर्मैक्स, KNR कंस्ट्रक्शन, L&T, SBI, ICICI बैंक, इंफोसिस, KPIT, टाटा पावर, टाटा मोटर्स, मिंडा इंडस्ट्रीज, SBI लाइफ इंश्योरेंस, बजाज फिनसर्व, कैनफिन होम, शोभा, ब्रिगेड एंटरप्राइजेज, कजारिया सिरेमिक्स, और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं।