विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय इक्विटी में इस महीने अब तक करीब 8,400 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता, चीन में आर्थिक चिंताओं और घरेलू अर्थव्यवस्था की स्थिरता के बीच विदेशी निवेशकों ने लिवाली की है। आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने 1-18 अगस्त के दौरान भारतीय इक्विटी में शुद्ध रूप से 8,394 करोड़ रुपये का निवेश किया। बता दें कि अगस्त के पहले सप्ताह में फिच द्वारा अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग घटाने के बाद एफपीआई ने इक्विटी से 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की।
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा, “चीन से मांग में कमी के कारण वैश्विक आर्थिक माहौल चुनौतीपूर्ण हो रहा है, वैश्विक शेयर बाजार में कोई भी कमजोरी स्थानीय शेयरों में भारी उतार-चढ़ाव ला सकती है और इससे एफपीआई का प्रवाह आगे चलकर अस्थिर हो सकता है।”
मॉर्निंगस्टार इंडिया के रिसर्च मैनेजर – एसोसिएट डायरेक्टर हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, “वैश्विक बाजार में अनिश्चितता और चीन में आर्थिक चिंताओं के कारण एफपीआई का रुख भारतीय बाजार की ओर हो गया है।” उन्होंने कहा कि जून तिमाही में उम्मीद से बढ़कर कमाई से भारतीय बाजार के लिए सेंटीमेंट सकारात्मक हो सकी।
अगस्त से पहले, मार्च से जुलाई तक पिछले पांच महीनों में भारतीय इक्विटी में बेरोकटोक निवेश देखा गया। इसके अलावा, एफपीआई ने पिछले तीन महीनों (मई, जून और जुलाई) में हर महीने 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया। जुलाई में विदेशी निवेशकों ने 46,618 करोड़ रुपये, जून में 47,148 करोड़ रुपये और मई में 43,838 करोड़ रुपये का निवेश किया था। मार्च से पहले, विदेशी निवेशकों ने जनवरी और फरवरी में सामूहिक रूप से 34,626 करोड़ रुपये निकाले। अगस्त में अब तक एफपीआई ने इक्विटी के अलावा डेट मार्केट में 4,646 करोड़ रुपये का निवेश किया।