FPI Sell-off: पिछले साल दिसंबर 2024 के पहले हफ्ते को छोड़ दिया जाए तो पिछले साल अक्टूबर महीने में शुरू हुई विदेशी निवेशकों की ताबड़तोड़ बिकवाली इस साल भी जारी है। इस साल जनवरी के शुरुआती छह कारोबारी दिनों में अब विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने 11500 करोड़ रुपये के शेयरों की नेट बिक्री कर डाली है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक कंपनियों के लिए कमजोर दिसंबर तिमाही और भारत में सुस्ती की आशंका के चलते ही विदेशी निवेशक धड़ाधड़ शेयर बेच रहे हैं। इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपतिकाल में टैरिफ को लेकर अनिश्चितता ने भी बिकवाली का दबाव बढ़ाया है। इन सबके चलते जो माहौल बना है, उसे एचएमपीवी वायरस के बढ़ते मामलों ने और भयावह