Gandhar Oil Refinery IPO Listing: वॉइट ऑयल कंपनी गांधार ऑयल रिफाइनरी (Gandhar Oil Refinery) के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 65 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 169 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए थे। आज BSE पर इसकी 295.40 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 74.79 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Gandhar Oil Refinery Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद भी तेजी थमी नहीं। उछलकर यह 344.60 रुपये पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह 301.50 रुपये (Gandhar Oil Refinery Share Price) पर बंद हुआ है यानी कि पहले दिन आईपीओ निवेशक 78.40 फीसदी मुनाफे में हैं।
Gandhar Oil Refinery IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
गांधार ऑयल रिफाइनरी का 500.69 करोड़ रुपये का आईपीओ 22-24 नवंबर के बीच खुला रहा। इस आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था। ओवरऑल यह आईपीओ 65.63 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 129.06 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 64.34 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 29.93 गुना भरा था।
इस इश्यू के तहत 302 करोड़ रुपये के नए शेयरों की बिक्री हुई है। इसके अलावा 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले 198.69 करोड़ रुपये के बाकी शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जो पैसे कंपनी को मिला है, उसका इस्तेमाल टेक्सॉल का कर्ज चुकाने के लिए लोन के तौर पर निवेश, विस्तान योजना के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर, वर्किंग कैपटिल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
वॉइट ऑयल बनाने वाली गांधार ऑयल रिफाइनरी करीब 31 साल पुरानी कंपनी है। 30 जून तक के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक कंपनी दिव्यॉल (Divyol) ब्रांड नाम से पर्सनल केयर, हेल्थकेयर और परफॉरमेंस ऑयल (PHPO), लुब्रिकेंट्स और प्रोसेस एंड इंसल्टिंग ऑयल्स (PIO) से जुड़े 350 से अधिक प्रोडक्ट्स ऑफर करती है। यह मैरिको, HUL, डाबर, पतंजलि आयुर्वेद, बजाज कंज्यूमर केयर और अम्रुतांजन हेल्थकेयर समेत 3500 से अधिक क्लाइंट्स को प्रोडक्ट्स सप्लाई करती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 161.14 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 184.30 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 213.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी तेजी से आगे बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021 में इसका रेवेन्यू 2,069.58 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 3,397.98 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 4,101.79 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2023 में इसे 54.28 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 1,071.52 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।