बीते एक हफ्ते में मध्यपूर्व में हालात बदल गए हैं। इजराइली हमले में हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद यह माना जा रहा था कि ईरान जवाबी हमला करेगा। 1 अक्टूबर को ईरान ने इजराइल पर एक साथ दर्जनों मिसाइलें दागी। इजराइल ने कहा है कि इसका अंजाम ईरान को भुगतान पड़ेगा। इस मामले में सबसे अहम बात यह है कि अब ईरान खुलकर इस जंग का हिस्सा बन चुका है। यह माना जा रहा था कि ईरान के इस लड़ाई में शामिल होने पर हालात खराब हो सकते हैं। इसका असर दुनियाभर के स्टॉक्स मार्केट्स पर पड़ेगा। लेकिन, दुनियाभर के स्टॉक्स मार्केट्स पर इसका असर अनुमान से कम दिख रहा है।
