Glottis IPO Listing: ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज मुहैया कराने वाली ग्लोटिस के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में भारी डिस्काउंट पर एंट्री हुई। इसके आईपीओ की बात करें तो ओवरऑल यह 2.12 गुना सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत ₹129 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹88.00 और NSE पर ₹84.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर करीब 34% पूंजी ही घट गई। लिस्टिंग के बाद शेयर ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹93.00 (Glottis Share Price) पर पहुंच गया।
हालांकि फिर यह फिसल गया और टूटकर ₹81.10 तक आ गया था। निचले स्तर पर खरीदारी के चलते यह हल्का रिकवर होकर ₹83.85 पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 35% घाटे में हैं। आज इसका अपर सर्किट ₹105.55 पर था यानी कि आईपीओ निवेशकों को पहले दिन मुनाफे की उम्मीद जीरो थी।
Glottis IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
ग्लोटिस का ₹307.00 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29 सितंबर से 1 अक्टूबर तक खुला था। यह आईपीओ ओवरऑल 2.12 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.84 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 3.08 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.47 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹160.00 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹2 की फेस वैल्यू वाले 1,13,95,640 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹132.54 करोड़ कॉमर्शियस गाड़ियों और कंटेनर की खरीदारी और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
जून 2024 में ग्लोटिस एक लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस कंपनी है जो हर मोड में यानी सड़क, हवा और समुद्री रास्ते से ट्रांसपोर्टशन सर्विसेज मुहैया कराती है। यह भारत में अपनी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज देती है। साथ ही इसने यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, मिडिल ईस्ट और एशिया को भी निर्यात किया है। 10 जनवरी 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके नेटवर्क में 171 ओवरसीज एजेंट्स,98 शिपिंग लाइन्स, 52 ट्रांसपोर्टर्स, 43 कस्टम हाउस एजेंट्स, 22 एयरलाइंस और 20 कंसोल एजेंट्स हैं। इसके पास 17 कॉमर्शियल वेईकल्स हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹22.44 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर ₹30.96 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹56.14 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 40% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹942.55 करोड़ पर पहुंच गई।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹30.61 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹8.08 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹22.14 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹10.52 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹41.35 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹82.53 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।