Om Metallogic IPO Listing: एलुमिनियम स्क्रैप को रिसाइकल करके हाई क्वालिटी के एलुमिनियम प्रोडक्ट्स बनाने वाली ओम मेटलॉजिक के शेयरों की आज BSE SME पर फीकी एंट्री हुई। खुदरा निवेशकों के दम पर इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.47 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹86 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹85.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर आईपीओ निवेशकों की पूंजी ही 1.16% घट गई। निचले स्तर पर इसके शेयरों में कोई खास हलचल नहीं दिखी और अभी भी यह ₹85 (Om Metallogic Share Price) पर बना रहा और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 1.16% घाटे में हैं।
Om Metallogic IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
ओम मेटलॉजिक का ₹22.35 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29 सितंबर से 1 अक्टूबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 1.47 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए आरक्षित आधा हिस्सा 0.41 गुना और बाकी खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.53 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 25,98,400 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹2.31 करोड़ मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को मॉडर्न बनाने और विस्तार, ₹8.50 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, ₹6 करोड़ कर्ज हल्का करने और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Om Metallogic के बारे में
वर्ष 2021 में बनी ओम मेटलॉजिक एलुमिनियम स्क्रैप को रिसाइकल करके हाई क्वालिटी के एलुमिनियम के क्यूब, इनगॉट्स, शॉट्स और नॉच बार्स बनाती है जिनका इस्तेमाल ऑटोमोटिव, कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रिकल ट्रांसमिशन और फूड पैकेजिंग इंडस्ट्रीज में होता है। इसके प्रोडक्ट्स की सप्लाई देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी होती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹1.10 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹2.22 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹4.12 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 26% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹60.41 करोड़ पर पहुंच गई।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹11.55 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹11.04 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹10.35 करोड़ पर आ गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹2.87 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹2.40 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹6.52 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।