Gold-Silver ETFs: सोना और चांदी के दाम में रिकॉर्ड तेजी के बीच इनसे जुड़े एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETFs) में निवेशकों की तेजी से दिलचस्पी बढ़ रही है। पिछले एक साल में इन ETF के रिटर्न ने तो शेयर बाजार को भी मात दे दिया है। अगस्त महीने के दौरान गोल्ड और सिल्वर से जुड़े ETFs में जबरदस्त निवेश देखने को मिला। गोल्ड ETFs में अगस्त महीने के दौरान 2,190 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया, जो पिछले सात महीनों का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं सिल्वर ETFs में 1,759 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो जून के बाद का सबसे मजबूत प्रदर्शन है। ये आंकड़े एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ताजा रिपोर्ट में सामने आए हैं।
इससे पहले मार्च और अप्रैल महीने के दौरान गोल्ड ETFs से निकाली देखने को मिली थी। लेकिन ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच अब निवेशक वापस सोने पर भरोसा दिखा रहे हैं। वहीं, सिल्वर ETFs में बढ़ती दिलचस्पी ने यह साफ किया कि निवेशक चांदी को न सिर्फ एक निवेश एक सुरक्षित विकल्प के तौर पर, बल्कि इंडस्ट्रियल डिमांड की वजह से भी आकर्षक मान रहे हैं।
MCX पर अगस्त में सोना का भाव लगभग 5% बढ़कर 1,01,967 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया। जबकि चांदी का भाव करीब 9% उछलकर 1,17,468 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि चांदी की कीमतों को भू-राजनीतिक तनावों, डॉलर की कमजोरी और इंपोर्ट में तेजी ने सहारा दिया है। भारत ने 2025 की पहली छमाही में ही 3,000 टन से अधिक चांदी आयात की है। वहीं, सोने को लेकर एनालिस्ट्स का मानना है कि यह भारतीय निवेशकों के लिए करेंसी फ्लैक्चुएशन और महंगाई के खिलाफ सुरक्षा कवच बना हुआ है।
अगस्त 2025 तक गोल्ड ETFs का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) 72,496 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में करीब 94% की छलांग है। सिल्वर ETFs का AUM भी जुलाई के 22,963 करोड़ रुपये से बढ़कर अगस्त में 26,294 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
इस कैटेगरी में निप्पॉन इंडिया गोल्ड BeES सबसे बड़ा गोल्ड ETF है, जिसका एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) 23,832 करोड़ रुपये और एक साल का रिटर्न लगभग 51% रहा। वहीं, सिल्वर में निप्पॉन इंडिया सिल्वर ETF का AYM 9,099 करोड़ रुपये और एक साल का रिटर्न करीब 50.8% है।
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