GST reforms : हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर GST खत्म करके सरकार ने आम लोगों को बड़ी राहत दी है। लेकिन बाजार इस फैसले को लेकर बहुत उत्साहित नहीं दिख रहा। इंश्योरेंस कंपनियों के शेयरों में ऊपरी स्तरों से गिरावट देखने को मिल रही है। आखिर पेंच क्या है? इसे समझाते हुए सीएनबीसी-आवाज के यतिन मोता ने बताया कि हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर GST खत्म कर दिया गया है। बीमा कंपनियों को बिना इनपुट क्रेडिट के खर्च पर GST देना होगा। इससे इंश्योरेंस कंपनियों की लागत बढ़ सकती है। इससे हर पॉलिसी की लागत 5-7 फीसदी तक बढ़ सकती है। इंश्योरेंस कंपनियों को इस बढ़ी लागत का बोझ उठाना पड़ेगा। कंपनियां लागत कम करने के लिए कमीशन कम कर सकती हैं।
बड़ी राहत फिर भी शेयर क्यों नहीं चलें?
नए नियमों से हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों को ज्यादा नुकसान होगा। लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के VNB गिरेंगे। कमीशन घटने से डिस्ट्रीब्यूटरों को घाटा होगा। इससे PB फिनटेक जैसी कंपनियों को ज्यादा झटका लग सकता है।
इंश्योरेंस प्रीमियम पर GST खत्म होने पर CLSA का कहना है कि बढ़ी लागत की भरपाई के लिए प्रीमियम 1-4 फीसदी बढ़ सकते हैं। सबसे कम ऑपेक्स रेश्यो की वजह से SBI लाइफ को सबसे कम प्रीमियम बढ़ाना होगा। वहीं, मॉर्गन स्टेनली का कहना है कि इंश्योरेंस प्रीमियम पर GST खत्म होने से ग्राहकों पर पॉजिटिव असर होगा। कंपनियों पर इसकेअसर का आकलन अभी बाकी है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।