हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की बनाई तेजस लड़ाकू विमान दुबई एयर शो (Dubai Air Show) के दौरान 21 नवंबर को हादसे का शिकार हो गई। चूंकि ऑफिशियल्स अभी इस दुर्घटना से जुड़ी जांच कर ही रही है तो इसे लेकर अधिक डिटेल्स उपलब्ध नहीं है लेकिन एनालिस्ट्स का मानना है कि जब सोमवार 24 नवंबर को स्टॉक मार्केट खुलेगा, इसके शेयरों मे कुछ कंसालिडेशन दिख सकता है। तेजस वाले हादसे की जानकारी शुक्रवार को घरेलू इक्विटी मार्केट का कारोबार बंद होने के बाद आई थी। अभी की बात करें तो इस हफ्ते के आखिरी कारोबारी शुक्रवार 21 नवंबर को बीएसई पर यह 2.56% की गिरावट के साथ ₹4595.00 (HAL Share Price) पर बंद हुआ है। शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन यह कमजोर हुआ और तीन दिनों में यह 4% से अधिक टूटा है।
पिछले साल मार्च 2024 में पोखरण रेगिस्तान में तीनों सेनाओं के सैन्य अभ्यास से लौटते समय राजस्थान के जैसलमेर में तेजस लड़ाकू जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वर्ष 2001 में उड़ान भरने के बाद से इस स्वदेशी एकल इंजन वाले जहाज से जुड़ी पहली दुर्घटना थी। उसके बाद से अब दो साल से भी कम समय में दूसरी बार इसका एक जहाज दुर्घटना का शिकार हुआ है।
Tejas Fighter Jet crash: क्या है पूरा मामला
तेजस का लड़ाकू जहाज शुक्रवार को दोपहर में बड़ी संख्या में मौजूद लोगों के साामने युद्धाभ्यास करते हुए हादसे का शिकार हो गई। घटना का जो वीडियो सामने आया है, उसमें तेजस का सिंगल-सीट वाला हल्का लड़ाकू विमान (लाइट कोम्बाट एयरक्राफ्ट-LCA) जमीन पर गिरता हुआ दिखाई दे रहा है और तुरंत ही आग की लपटें उठने लगी हैं। वीडियो में दुबई वर्ल्ड सेंट्रल स्थित अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ऊपर काले धुएं का गुबार उठता दिखाई दे रहा है। इसके चलते सायरन बजा तो लोगों का ध्यान इस पर गया। भारतीय वायुसेना ने एक बयान में दुर्घटना में पायलट की मौत की पुष्टि की है। इंडियन एयर फोर्स ने जान-मान के इस नुकसान पर गहरा दुख जताया है और पायलट के परिवार के साथ गहरी संवेदना जताई है। साथ ही वायु सेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बनाने की भी बात कही है।
HAL के शेयरों पर कैसे होगा असर?
तेजस को ऐरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने डेवलप किया है और एचएएल और भारतीय वायु सेना ने मिलकर बनाया है। ऐसे में दुबई में हुए इससे जुड़े हादसे का एचएएल के शेयरों पर दिख सकता है। बोनांजा के रिसर्च एनालिस्ट अभिनव तिवारी का कहना है कि जब एचएएल के जहाज के साथ हादसा होता है जैसे कि मार्च 2024 और फरवरी 2019 में, इसके शेयरों को झटका लगता है। अभिनव का मानना है कि सोमवार को इसके शेयल लाल खुल सकते हैं। उनका मानना है कि स्थिति तभी सुधर सकती है, जब कंपनी यह पुष्टि कर दे कि दुबई में हुआ हादसा कोई बड़ा टेक्निकल इश्यू नहीं है। अब आगे की बात करें तो उनका मानना है कि अगर आगे की डिलीवरी और निर्यात से जुड़ी योजनाओं पर हादसे का असर नहीं पड़ता है तो एचएएल काशेयर धीरे-धीरे रिकवर हो सकता है।
विभावंगल अनुकूलकारा के फाउंडर और एमडी सिद्धार्थ मौर्य का कहना है कि दुबई एयर शो में तेजस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से एचएएल के शेयरों पर दबाव दिख सकता है लेकिन लॉन्ग-टर्म वैल्यूशन पर अधिक असर नहीं पड़ेगा। उनका मानना है कि जब तक कोई स्ट्रक्चरल खामी सामने नहीं आती है, इस प्रकार की घटनाओं से लॉन्ग टर्म के वैल्यूएशन पर अधिक असर नहीं दिखता है। HAL के पास अभी भी एक मजबूत ऑर्डर बुक है, जिसमें तेजस के बड़े ऑर्डर शामिल हैं और उनका मानना है कि अगर ऐसी ही स्थिति रही तो गिरावट लॉन्ग-टर्म के निवेश के लिए मौका है
वहीं INVasset PMS के हर्षल दासानी का कहना कि वैश्विक मंच पर तेजस के दुर्घटनाग्रस्त होने से स्वाभाविक रूप से विश्वसनीयता, निर्यात तैयारी और सुरक्षा पर सवाल उठते हैं। उनका कहना है कि सरकार ने तेल रिसाव से जुड़ी चिंताओं को खारिज किया था लेकिन दुबई में हुए हादसे से HAL पर निगरानी बढ़ जाएगी। हालांकि शेयरों को लेकर उनका कहना है कि लॉन्ग टर्म में अधिक असर नहीं दिखेगा लेकिन हाई वैल्यूशन के चलते शॉर्ट टर्म में दबाव दिख सकता है। उनका मानना है कि अब फिलहाल सब कुछ जांच के नतीजे और टेक्निकल लेवल पर स्पष्टता को लेकर कंपनी की स्पीड पर निर्भर करेगी।
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