दूसरी तिमाही में HAPPIEST MINDS के मुनाफे और मार्जिन पर तिमाही आधार पर हल्का दबाव रहा है। हालांकि आय और डॉलर रेवेन्यू में 12 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। Attrition के आंकड़े भी बढ़कर आए हैं। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा तिमाही दर तिमाही आधार पर 51 करोड़ रुपये से घटकर 49.5 करोड़ रुपये पर आया है। जबकि इसी अवधि में रेवेन्यू 464 करोड़ रुपये से बढ़कर `522 करोड़ रुपये पर रही।
तिमाही आधार पर जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी की कंस्टेंट करेंसी रेवेन्यू ग्रोथ 12.7 फीसदी पर रही है जबकि एट्रिशन 13.5% से बढ़कर 14.4% पर आई है। हालांकि मार्जिन 18.3% से घटकर 17.6% पर रहा है।
नए निवेश के अवसर तलाश रहें
कंपनी के आगे के आउटलुक पर बात करते हुए कंपनी के एमडी एंड सीएफओ वेंकटरमन नारायणन और एग्जिक्युटिव बोर्ड मेंबर राजीव शाह ने कहा कि दूसरी तिमाही पिछले 2 वर्षों में सबसे बेहतर तिमाही रही है। कंपनी के डॉलर रेवेन्यू में 28.3% का ग्रोथ देखने को मिली है। हमारा कंपनी के ग्रोथ पर ज्यादा फोकस बना हुई है। पिछली तिमाही के 2 अधिग्रहण के नतीजे भी इसमें जुड़े हैं।
उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि पुराने ग्राहकों को जेनरेटिव AI के बारे में जानकारी दे रहे हैं। मार्केट में ले जाने से पहले जेनरेटिव AI का हम इस्तेमाल हम कर रहे हैं।
राजीव शाह ने आगे कहा कि अधिग्रहण के जरिए हमने 40 से 45 कस्टमर जोड़े हैं। BFSI और हेल्थकेयर सेक्टर से जुड़े बड़े कस्टमर को जेनरेटिव AI सर्विस दिया है। कंपनी की मार्जिन में 1-2% की सुधार की कोशिश है। उन्होंने आगे कहा कि नए निवेश के अवसर तलाश कर रहे हैं। US चुनाव के बाद हम काफी बुलिश हैं।
14 नवंबर को HAPPIEST MINDS का शेयर एनएसई पर 1.32 फीसदी की गिरावट के साथ 739.95 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। स्टॉक ने 15 जनवरी 2024 को 961 रुपये का अपना 52 वीक हाई टच किया था। कंपनी की मार्केट वैल्यू 11,267.57 करोड़ रुपये है। कंपनी 17 सितंबर 2020 को शेयर बाजार में लिस्ट हुई है।
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