Happiest Minds : आईटी कंप्यूटर-सॉफ्टवेयर कंसल्टिंग फर्म हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज के शेयर कई कारणों से फोकस में है। कंपनी ने मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया है। साथ ही कंपनी ने शेयरधारकों के लिए अंतरिम डिविडेंड की भी सिफारिश की है। कंपनी ने जेनरेटिव AI पर फोकस करते हुए एक नई बिजनेस यूनिट की स्थापना की है। हालांकि, आज 18 अक्टूबर को कंपनी के शेयरों में 2.64 फीसदी की गिरावट आई है। यह शेयर 838 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
शेयर की कीमत में गिरावट के पीछे का कारण Q2FY24 में सुस्त प्रदर्शन को माना जा सकता है। तिमाही में नेट प्रॉफिट 58.46 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 1.6% कम है। हालांकि, ऑपरेशन से राजस्व 406.62 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 14.4% और तिमाही आधार पर 4% अधिक है। कंपनी का EBITDA इस तिमाही में 11.1% सालाना और 1.8% तिमाही बढ़कर 104.82 करोड़ रुपये हो गया।
रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार कंपनी के बोर्ड ने अपनी बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 2 रुपये फेस वैल्यू के प्रति इक्विटी शेयर पर 2.50 रुपये के अंतरिम डिविडेंड की सिफारिश की है। इसके लिए रिकॉर्ड डेट सोमवार, 30 अक्टूबर 2023 तय की गई है। हैप्पीएस्ट माइंड्स ने कहा कि डिविडेंड का भुगतान 13 नवंबर 2023 को और उसके बाद किया जाएगा।
अन्य आईटी फर्म की तरह हैप्पीएस्ट माइंड्स ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में ग्रोथ हासिल करने का फैसला किया है। कंपनी जेनरेटिव AI बिजनेस सर्विसेज (GBS) नामक एक बिजनेस यूनिट स्थापित कर रही है। नई यूनिट कई डोमेन में फुल स्केल पर जेनरेटिव एआई ऑफर करेगी।
श्रीधर मंथा, जो वर्तमान में कंपनी के EVP और CTO के रूप में कार्यरत हैं, को तत्काल प्रभाव से GBS के प्रेसिडेंट और CEO के रूप में नियुक्त किया गया है। वह कार्यकारी बोर्ड के सदस्य राजीव शाह को रिपोर्ट करेंगे। अपनी स्थापना के बाद से हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज AI इनोवेशन में सबसे आगे रही है।