हम नए वित्तीय वर्ष 2023-2024 की शुरुआत के करीब हैं। यह आपके वित्तीय मामलों की समीक्षा करने का एक अच्छा समय भी है। जैसे-जैसे हमारे इक्विटी बाजार अस्थिर होते जा रहे हैं। निवेशकों में इक्विटी बाजार के प्रति ठंडा नजरिया विकसित होता जा रहा है। म्युचुअल फंडों के नियामक संबंधी चल रहे बदलाव और टैक्स रूल्स में संशोधन कुछ अन्य मुद्दे हैं जो निवेशकों की चिंता बढ़ा रहे हैं। मायमनीमंत्रा के प्रबंध निदेशक राज खोसला (Raj Khosla, Managing Director, MyMoneyMantra) ने कई मार्केट साइकल देखे हैं। मनीकंट्रोल के साथ बातचीत में उन्होंने इनमें से कई मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि इस स्थिति में कैसे निवेश किया जाए।
पिछले कुछ महीनों में बाजार में वोलैटिलिटी बढ़ रही है। निवेशकों को आपकी क्या सलाह है?
राज खोसला ने कहा कि हमें यह स्वीकार करना होगा कि स्टॉक्स में वोलैटिलिटी दिख रही है। निवेशकों को वोलैटिलिटी को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए। उन्हें इससे लाभ उठाना चाहिए। उन्हें बाजार की हर गिरावट पर छोटी मात्रा में खरीदारी करनी चाहिए। निवेशक वह राशि तय करें जिसे वे निवेश करना चाहते हैं। बाजार में हर 10 प्रतिशत करेक्शन पर अपने पैसे का 20 प्रतिशत निवेश करें। प्रत्येक निवेशक को अपनी जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार अपने निवेश का प्रतिशत तय करना चाहिए।
हमेशा ध्यान रखें कि बाजार में गिरावट बेचने का नहीं बल्कि खरीदने का अवसर है। मंदी के दौर में सबसे अच्छा निवेश किया जाता है। सबसे खराब गलतियां बुल रन के दौरान की जाती हैं जब उत्साह का स्तर ऊंचा होता है।
नौसिखिए निवेशकों के लिए मेरी सलाह यह है कि यदि आपके पास निवेश का लंबा नजरिया है, तो इक्विटी बाजारों में निवेश शुरू करने के लिए कभी भी एक अच्छा समय होता है।
जब शेयर बाजार में गिरावट आती है तो कई निवेशक घबराहट में बिकवाली करते हैं और फिर बाद में खरीद लेते हैं। ऐसी निवेश रणनीति पर आपकी क्या राय है?
उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मार्केट को टाइम करने की कोशिश करना एक बेकार प्रयास है। यह कुछ ऐसा काम है जिसकी आपको कोशिश नहीं करनी चाहिए। आपका भाग्य हर समय आपका साथ देना चाहिए जब आप शुरू में शेयर खरीदते हैं। जब आप उन्हें बेचते हैं और जब आप उन्हें वापस खरीदते हैं। इसलिए यह संभव नहीं है कि आप हर समय न्यूनतम और उच्च स्तर को पकड़ने में कामयाब होंगे।
निवेशकों को वारेन बफेट (Warren Buffett's) के गोल्डन रूल का पालन करना चाहिए। यदि आप 10 साल के लिए किसी शेयर के मालिक होने के इच्छुक नहीं हैं। तो 10 मिनट के लिए भी इसके मालिक होने के बारे में न सोचें।
मान लें कि मेरे पास 10 लाख रुपये हैं, तो मुझे इसे नए वित्तीय वर्ष में कहां निवेश करना चाहिए?
सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे सभी एसेट क्लासेस में निवेश किया जाए। जो आपके जोखिम लेने की क्षमता के अनुपात में हो। यह क्षमता अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग होता है। यदि आप एक आक्रामक निवेशक हैं तो इक्विटी में कम से कम 70 प्रतिशत का निवेश करें। जबकि डेट ऑप्शंस में 20 प्रतिशत और गोल्ड में 10 प्रतिशत का निवेश करें।
वहीं मध्यम निवेशकों को इक्विटी में 50 प्रतिशत, डेट में 30 प्रतिशत, REITs के जरिये रियल एस्टेट में 10 प्रतिशत और गोल्ड में शेष 10 प्रतिशत निवेश करना चाहिए।
अंत में जोखिम लेने से बचने वाले निवेशकों को इक्विटी में 25 प्रतिशत, डेट में 50 प्रतिशत, REITs के जरिये रियल एस्टेट में 15 प्रतिशत और गोल्ड में 10 प्रतिशत निवेश करना चाहिए।
(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)