HBL Engineering Shares: एचबीएल इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयरों में मंगलवार को 12% से अधिक की तेजी देखी गई। यह तेजी इस खबर के बाद आई कि कंपनी को सेंट्रल रेलवे से 763 करोड़ रुपये के पांच 'कवच' के लिए कॉन्ट्रैक्ट मिले हैं। यह ऑर्डर भारतीय रेलवे के लिए स्वदेशी ट्रेन सुरक्षा प्रणाली 'कवच' की सप्लाई से जुड़ा है, जिसे रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयर बीएसई पर दिन के उच्चतम स्तर 517.60 रुपये तक पहुंच गए।
कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में बताया कि सेंट्रल रेलवे ने उसे पांच कवच सिस्टम्स के लिए लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस (एलओए) जारी किए हैं, जो 413 स्टेशनों और 3,900 किलोमीटर के ट्रैक को कवर करते हैं। प्रत्येक कॉन्ट्रैक्ट्स को 18 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस कॉन्ट्रैक्ट्स की कुल कीमत 762.56 करोड़ रुपये (18% जीएसटी सहित) है। इसके साथ ही, HBL इंजीनियरिंग को इस साल अब तक मिले 'कवच' कॉन्ट्रैक्ट्स की कुल वैल्यू 3,618 करोड़ रुपये पहुंच गई है।
'कवच' एक आधुनिकल ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम (TCAS) है, जो ट्रेनों की सुरक्षा को बढ़ाने और संचालन को कुशल बनाने के लिए ऑटोमेटिक से ब्रेक लगा सकता है। यह भारतीय रेलवे की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है, और HBL इस क्षेत्र में अग्रणी कंपनियों में से एक बनकर उभरी है।
इससे पहले, कंपनी ने चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स से 2,200 लोकोमोटिव्स के लिए 1,522.40 करोड़ रुपये का ऑर्डर हासिल किया था। साथ ही, मार्च में वेस्टर्न रेलवे और नॉर्थ सेंट्रल रेलवे से 499.68 करोड़ रुपये के दो और कॉन्ट्रैक्ट्स मिले थे। ये सभी कॉन्ट्रैक्ट्स HBL की रेलवे सुरक्षा परियोजनाओं में बढ़ती भागीदारी को दिखाती हैं।
मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि इन ऑर्डरों से कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी और निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा। मंगलवार को कारोबार के अंत में, HBL इंजीनियरिंग के शेयर एनएसई पर 9.19 फीसदी की तेजी के साथ 515.90 रुपये के भाव पर बंद हुए। हालांकि, 2025 में अब तक इसके शेयरों में 18.5% की गिरावट देखी गई है, लेकिन पिछले दो सालों में यह 437% का शानदार मल्टीबैगर रिटर्न दे चुका है।
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