HDFC Bank को चीन के केंद्रीय बैंक को बोनस शेयर जारी करने में आएगी दिक्कत, जानिए क्या है पूरा मामला

चीन के केंद्रीय बैंक पीपल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीसी) का एचडीएफसी बैंक में इनवेस्टमेंट है। इस वजह से एचडीएफसी बैंक को पीबीसी को भी बोनस शेयर इश्यू करने होंगे। लेकिन, भारत सरकार का एक नियम इसमें बड़ा रोड़ा बन रहा है

अपडेटेड Jul 18, 2025 पर 5:35 PM
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HDFC Bank में चीन के केंद्रीय बैंक PBC की करीब 0.5 फीसदी हिस्सेदारी है।

एचडीएफसी बैंक के प्रस्तावित बोनस शेयरों के मामले में एक पेच फंस रहा है। एचडीएफसी बैंक बोनस शेयर इश्यू करने पर विचार कर रहा है। इस प्रस्ताव पर एचडीएफसी बैंक का बोर्ड 19 जुलाई को फैसला ले सकता है। चीन के केंद्रीय बैंक पीपल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीसी) का एचडीएफसी बैंक में इनवेस्टमेंट है। इस वजह से एचडीएफसी बैंक को पीबीसी को भी बोनस शेयर इश्यू करने होंगे। लेकिन, भारत सरकार का एक नियम इसमें बड़ा रोड़ा बन रहा है।

सरकार के नियम में क्या कहा गया है

इंडियन गवर्नमेंट ने 2020 में एक सर्कुलर जारी किया था। इसके मुताबिक, अगर इंडिया का कोई बैंक चीन की किसी एनटिटी को नए शेयर इश्यू करना चाहता है तो इसके लिए उसे पहले सरकार की मंजूरी लेनी होगी। हालांकि, यह साफ है कि बोनस शेयर इश्यू होने की वजह से एचडीएफसी बैंक में पीपल्स बैंक ऑफ चाइना की हिस्सेदारी नहीं बढ़ेगी। इससे एचडीएफसी बैंक को कोई नहीं पूंजी भी नहीं मिलेगी। लेकिन, एक्सपर्ट्स का कहना है कि बोनस शेयर से PBC के पास एचडीएफसी बैंक के कुल शेयरों की संख्या बढ़ जाएगी। इसलिए तकनीकी रूप से पीबीसी को बोनस शेयर इश्यू करने के लिए सरकार की मंजूरी की जरूरत पड़ेगी।


सरकार के नियम का उल्लंघन होने की आशंका

Areete Law Offices के पार्टनर अमित सिंघानिया ने कहा, "बोनस इश्यू के बाद भी शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर में किसी तरह का बदलाव नहीं होता है। फीसदी में शेयरहोल्डिंग भी नहीं बदलती है। हालांकि, अगर सरकार के प्रेस नोट 3 का मतलब निकाला जाए तो ऐसा लगता है कि पीबीसी को बोनस इश्यू में शेयर जारी करने से नियमों का उल्लंघन होगा। इस मामले से सरकार की तरफ से स्पष्टीकरण जरूरी है।" एचडीएफसी बैंक का यह पहला बोनस इश्यू होगा।

एचडीएफसी बैंक में PBC की 0.5 फीसदी हिस्सेदारी

एचडीएफसी बैंक की तरफ से दी गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, इस बैंक में चीन के केंद्रीय बैंक PBC की करीब 0.5 फीसदी हिस्सेदारी है। पीबीसी के पास एचडीएफसी बैंक के 3.4 करोड़ शेयर्स हैं। इनकी वैल्यू करीब 80 करोड़ डॉलर है। 2020 में एक समय एचडीएफसी में चीन के केंद्रीय बैंक की हिस्सेदारी 1 फीसदी से ज्यादा हो गई थी। इस पर इंडिया में गंभीर चिंता जताई गई थी। यह माना गया था कि इससे इंडिया की फाइनेंशियल कंपनियों और बैंकों में चीन का असर बढ़ सकता था। तब एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी का विलय नहीं हुआ था।

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एचडीएफसी बैंक इंडिया का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक

एचडीएफसी प्राइवट सेक्टर का सबसे बड़ा बैंक है। 2023 में एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में विलय हो गया था। इसके बाद एचडीएफसी बैंक का आकार और ताकत काफी बढ़ गया। एचडीएफसी होम लोन देने वाली इंडिया की सबसे बड़ी कंपनी थी। 18 जुलाई को एचडीएफसी बैंक का शेयर 1.48 फीसदी गिरकर 1,957 रुपये पर बंद हुआ।

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