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एक दो नहीं सेबी चीफ माधबी बुच पर हिंडनबर्ग ने लगाए हैं 4 आरोप, समझिए हर एक मुद्दा

हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट ने अपने ताजा ब्लॉग में मार्केट रेगुलेटर सेबी की चेयरपर्सन माधबी बुच और उनके पति पर 4 गंभीर आरोप लगाए हैं। इन चारों आरोपों को समझिए और जानिए कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में बुच दंपत्ति के बारे में क्या-क्या कहा गया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 11, 2024 पर 6:44 AM
एक दो नहीं सेबी चीफ माधबी बुच पर हिंडनबर्ग ने लगाए हैं 4 आरोप, समझिए हर एक मुद्दा
Hindenburg Research: माधबी पुरी बुच और उनके पति ने हिंडनबर्ग की तरफ से लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया

हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के निशाने पर इस बार सेबी चीफ माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच आ गए हैं। जिस जटिल स्ट्रक्चर का इस्तेमाल अदाणी ग्रुप ने अपने फंड ठिकाने लगाने के लिए किया था उसी का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है। हिंडनबर्ग ने अपनी साइट पर जो ब्लॉग पोस्ट किया है उसके मुताबिक, सेबी चीफ और उनके पति पर 4 आरोप लगाए गए हैं।

पहला आरोप: अदाणी के विदेशी फंड से कनेक्शन

हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट का दावा है कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने बरमुडा और मॉरिशस के फंड में स्टेक लिया है। ये दोनों टैक्स हैवन देश हैं। दिलचस्प है कि इन्हीं दोनों फंड का इस्तेमाल गौतम अदाणी के बड़े भाई विनोद अदाणी ने भी किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, सेबी के होल टाइम मेंबर रहते हुए बुच ने अपने प्राइवेट अकाउंट से यूनिट रिडीम करने (यूनिट बेचने) के लिए मेल लिखा था।

रिपोर्ट के मुताबिक, "हमें संदेह है कि सेबी ने अदाणी ग्रुप से जुड़े ऑफशोर शेयरहोल्डर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई इसलिए नहीं की क्योंकि उनमें मिलीभगत हो सकती है।"

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