Hindenburg Research Report Updates Highlights: हिंडनबर्ग ने इस बार अपनी रिसर्च रिपोर्ट में सेबी पर बड़ा खुलासा किया है। इसमें अदाणी ग्रुप और सेबी चीफ के रिश्तों के बारे में बताया गया है। हालांकि सेबी चीफ और अदाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर अपना बयान जारी कर दिया है। और दोनों लोगों ने रिसर्च रिपोर्ट के आरोपों खारिज कर दिया है और इसे बेबुनियाद बताया है
Hindenburg Research Report Updates LIVE: अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) एक बार फिर सुर्खियों में है। पिछली बार अदाणी ग्रुप पर निशाना साधने वाली हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने इस बार सीधा मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) पर हमला बोला है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कहा गया है कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) भी अदाणी ग्रुप के साथ मिली हुई हैं। यही वजह है कि अदा
Hindenburg Research Report Updates LIVE: अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) एक बार फिर सुर्खियों में है। पिछली बार अदाणी ग्रुप पर निशाना साधने वाली हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने इस बार सीधा मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) पर हमला बोला है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कहा गया है कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) भी अदाणी ग्रुप के साथ मिली हुई हैं। यही वजह है कि अदाणी ग्रुप (Adani Group) के खिलाफ उन्होंने 18 महीने में भी कार्रवाई नहीं की है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने इस खुलासे के बारे में सुबह सोशल मीडिया एक्स पर ऐलान कर दिया था। इस खुलासे के बाद देश भर में सियासी संग्राम शुरू हो गया है। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और उद्धव गुट की शिवसेना ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार अदाणी की सेबी जांच में हितों के सभी टकरावों को खत्म करने के लिए तुरंत कार्रवाई करे। पार्टी ने तर्क दिया कि देश के सर्वोच्च अधिकारियों की कथित मिलीभगत की निष्पक्ष जांच केवल जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) गठित करके ही कराई जा सकती है।
सेबी प्रमुख के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि अब पता चला कि संसद की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए क्यों स्थगित कर दिया गया। संसद की बैठक 12 अगस्त तक निर्धारित थी, लेकिन उसे 9 अगस्त को ही स्थगित कर दिया गया। एक अन्य पोस्ट में रमेश ने सेबी प्रमुख पर निशाना साधा और रोमन कवि जुवेनल के 'व्यंग्य' से प्रेरित होकर लैटिन मुहावरे- 'क्विस कस्टोडिएट इप्सोस कस्टोड्स' का इस्तेमाल किया। उन्होंने पूछा कि पहरेदार की रखवाली कौन करेगा?