Hindustan Zinc share price : डिस्काउंट पर ब्लॉक डील से हिंदुस्तान जिंक करीब 5 फीसदी टूटा है। आज ये शेयर वायदा का टॉप लूजर बना है। कंपनी के 1.89 फीसदी हिस्से के लिए ब्लॉक डील हुई है। इस लार्ज ट्रेड की कुल वैल्यू 3848 करोड़ रुपए है। इस डील में प्रोमोटर वेदांता की हिस्सेदारी बेचने की खबरें हैं। कॉरपोरेट स्कैन में आज हिंदुस्तान जिंक के मैनेजमेंट से बातचीत हुई। कंपनी के बोर्ड ने राजस्थान में 12 हजार करोड़ के निवेश को मंजूरी दी है। कंपनी उदयपुर स्थित देबारी में नया जिंक प्लांट लगाएगी। प्लांट की कुल मेटल उत्पादन क्षमता 250 kt होगी। 2030 तक इसकी उत्पादन क्षमता 2 Mn टन करने का लक्ष्य है। अगले 36 महीनों में कंपनी पूरा निवेश करेगी।
इसी मुद्दे पर खास बातचीत करते हुए हिंदुस्तान जिंक के CEO & होलटाइम डायरेक्टर अरुण मिश्रा ने सीएनबीसी-आवाज़ से कहा कि विस्तार योजनाओं के लिए कंपनी अपने खुद के स्रोतों और कर्ज के जरिए रकम जुटाएगी। कंपनी के पास कैश की कोई कमी नहीं है। अगले 3-4 साल में रकम खर्च करेंगे। जरूरत पड़ने पर 5000 करोड़ रुपए जुटाएंगे।
क्षमता विस्तार के बाद उत्पादन लागत में कितनी कमी आएगी, इससे मार्जिन पर कैसा असर होगा? इस सवाल के जवाब में अरुण मिश्रा ने कहा कि उत्पादन बढ़ने से लागत में कमी आएगी। नए प्लांट में ज्यादा एफिशिंट स्मेल्टर लगाएंगे। नए प्लांट से पावर कॉस्ट में कमी आएगी।
कंपनी एशिया का पहला लो-कार्बन जिंक ब्रांड EcoZen लॉन्च कर चुकी है, क्या नया स्मेल्टर भी रिन्यूएबल पावर बेस्ड होगा और क्या ESG लिंक्ड फाइनेंसिंग का इस्तेमाल किया गया है? इसके जवाब में अरुण मिश्रा ने कहा कि नई यूनिट रिन्यूएबल एनर्जी पर चलाने पर जोर है। ESG लिंक्ड फाइनेंसिंग पर अभी विचार नहीं किया जा रहा है। प्लांट में पावर को लेकर कोई चिंता नहीं है।
250 KTPA जिंक उत्पादन से क्या ग्लोबल मार्केट में मार्केट शेयर बढ़ाने का प्लान है, या पूरा घरेलू डिमांड के लिए ही इस्तेमाल होगा? इस पर अरुण ने कहा कि कंपनी अपना 80% उत्पादन घरेलू मार्केट में बेचेगी। उत्पादन बढ़ने से एक्सपोर्ट में भी ग्रोथ आएगी।
वेदांता ने कारोबार रीस्ट्रक्चरिंग का एलान किया है,क्या हिंदुस्तान जिंक में भी कॉरपोरेट रीस्ट्रक्चरिंग या डीमर्जर की कोई योजना है? इस सवाल के जवाब में अरुण मिश्रा ने कहा कि कंपनी की सिल्वर यूनिट को अलग करने की योजना है। अभी वेदांता का डीमर्जर होना बाकी है। कंपनी का फिलहाल विस्तार योजनाओं पर फोकस है।