Adani Wilmar share price : अडानी विलमर के शेयर का एनएसई पर 227 रुपये प्रति शेयर पर आगाज हुआ, जो उसके 230 रुपये के अपर प्राइस बैंड से 3 रुपये कम है। हालांकि, कुछ ही देर में Adani Wilmar के शेयर में मजबूती दर्ज की गई और यह इंट्राडे में एनएसई पर 249 रुपये के स्तर पर चला गया। स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लॉन्ग टर्म का नजरिया रखने वाले इनवेस्टर्स 300 से 320 रुपये तक के टारगेट के लिए इस शेयर को होल्ड कर सकते हैं, वहीं शॉर्ट टर्म का नजरिया रखने वाले 280 रुपये के आसपास प्रॉफिट बुक कर सकते हैं।
कमजोर मार्केट सेंटीमेंट का दिखा असर
लाइवमिंट की एक रिपोर्ट में, स्वास्तिका इनवेस्टमार्ट के हेड ऑफ रिसर्च संतोष मीणा ने कहा, “सामान्य लिस्टिंग की वजह कमजोर मार्केट सेटीमेंट है। हालांकि इस IPO के फंडामेंटल और वैल्युएशन अच्छे हैं। लिस्टिंग गेन के लिए आवेदन करने वाले इसे 200 रुपये के स्टॉपलॉस के साथ बनाए रख सकते हैं, वहीं लॉन्ग टर्म इनवेस्टर्स इसे होल्ड कर सकते हैं। नए इनवेस्टर्स शुरुआती कमजोरी को खरीदारी के मौके के रूप में ले सकते हैं।”
लॉन्ग टर्म के लिए कर सकते हैं होल्ड
मारवाड़ी शेयर एंड फाइनेंस लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट अखिल राठी ने कहा, “Adani Wilmar शानदार प्रोडक्ट मिक्स, स्थापित ब्रांड नेम, मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और प्रमाणित वित्तीय प्रदर्शन के दम पर अपने सेक्टर में अनुमानित ग्रोथ का फायदा के लिए अच्छी स्थिति में है। इसके अलावा, कंपनी की नए वैल्यू एडेड प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग और स्ट्रैटजिक एक्विजिशन के सहारे अपना कस्टमर बेस बढ़ाने की योजना है। कंपनी की 18 फीसदी के मार्केट शेयर के साथ ब्रांडेड इडिबल ऑयल सेगमेंट में अच्छी पैठ है, जो आगे और बढ़ने का अनुमान है। प्रतिस्पर्धी कंपनियों की तुलना में शेयर की वैल्युएशन उचित है। करेंट मार्केट प्राइस पर, लॉन्ग टर्म इनवेस्टर्स इसे अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर सकते हैं।”
निवेशकों से मिली थी अच्छी प्रतिक्रिया
27 से 31 जनवरी के बीच तीन दिन तक खुले Adani Wilmar के IPO को 17.37 गुनी बोलियां मिली थीं। IPO को सभी तरह के निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी, हालांकि उस अवधि में बाजार में जारी अस्थिरता ने इसे थोड़ा जरूर प्रभावित किया। IPO के लिए सबसे अधिक बोली नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) की कैटेगरी में आईं, जिन्होंने अपने आवंटित कोटे में 56.30 गुना अधिक बोली लगाई। दूसरे नंबर पर शेयरहोल्डर्स कोटा रहा, जिसे 33.33 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिला।
बता दें कि अडानी विल्मर की स्थापना 1999 में की गई थी। यह अडानी ग्रुप और सिंगापुर के विल्मर (Wilmar) का जॉइंट वेंचर है। यह Fortune ब्रांड से तेल और दूसरे खाद्य पदार्थ बेचती है।
डिसक्लेमर : मनीकंट्रोल पर इनवेस्टमेंट एक्सपर्ट्स के विचार और निवेश के टिप्स उनके अपने हैं, वेबसाइट या उसके मैनेजमेंट के नहीं। मनीकंट्रोल अपने यूजर्स को निवेश से जुड़े फैसले लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट्स से संपर्क करने की सलाह देते हैं।