एक्सपर्ट्स से जानें इस हफ्ते FOMC मिनट और चीन के महंगाई आंकड़ों के अलावा और कहां रहेगी बाजार की नजर
Religare Broking के अजीत मिश्रा का कहना है कि इस हफ्ते से बाजार में आईटी कंपनियों के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। आईटी दिग्गज TCS के नतीजे 8 जुलाई को आएंगे। ग्लोबल मंदी की आशंका के बीच बाजार भागीदारों की नजर TCS के नतीजों और इसके गाइडेंस पर रहेंगी
निफ्टी को 16200 के जोन में जाने के लिए 15900 का स्तर तोड़कर मजबूती से टिकना होगा। जब तक ऐसा नहीं होता तब तक बाजार में निगेटिव रुझान बना रहेगा और साइडवेज कारोबार होता नजर आएगा
पिछले हफ्ते बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला और ये हल्की बढ़त के साथ बंद होने में कमायाब रहा। पिछले हफ्ते Sensex 179.95 अंक यानी 0.34 फीसदी की बढ़त के साथ 52907.93 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, Nifty 52.75 अंक यानी 0.33 फीसदी की बढ़त के साथ 15752 के स्तर पर बंद हुआ था।
इस हफ्ते कहां रहेगी बाजार की नजर
Sharekhan के गौरव रत्नपारखी का कहना है कि पिछले हफ्ते बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई थी लेकिन यह अपनी बढ़त कायम नहीं रख सका। इस पूरे हफ्ते बाजार में कंसोलिडेशन देखने को मिला और कारोबार हफ्ते के आखिरी दिन दोनों साइड में भारी स्विंग देखने को मिला।
निफ्टी के लिए नियर शॉर्ट टर्म सपोर्ट 15700-15660 के करीब स्थित था। हालांकि 1 जुलाई को निफ्टी ने अपना यह सपोर्ट तोड़ दिया। अब इसके लिए 15500 के करीब सपोर्ट नजर आ रहा है। बाजार के ओवर ऑल ढ़ांचे से संकेत मिलता है कि आने वाले कारोबारी सत्रों में निफ्टी में 15500-15900 की रेंज में कंसोलिडेशन देखने को मिल सकता है। 15900-16000 के जोन में पहुंचने पर निफ्टी में बिकवाली का दबाव आता नजर आ सकता है । वहीं अगर निफ्टी 15600-15500 की तरफ फिसलता है तो यह खरीदारी का मौका होगा।
Samco Securities के येशा शाह का कहना है कि अगले हफ्ते बाजार में उतार-चढ़ाव कायम रहने की संभावना है। निवेशकों की नजर FOMC के मिनट पर रहेगी। इसके अलावा अगले हफ्ते आने वाले चाइना के महंगाई आंकड़ों पर भी दुनिया भर के बाजारों की नजर रहेगी। घरेलू बाजार पर नजर डालें तो अब वित्त वर्ष 2023 के पहले तिमाही के नतीजे मार्केट का सेंटिमेंट तय करेंगे।
बाजार का शॉर्ट टर्म बियरिश बना हुआ है। हालांकि निफ्टी ने अपने ग्लोबल पीयर्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। अब निफ्टी के लिए ऊपर की तरफ 15930 पर बड़ी बाधा नजर आ रही है। इसके शॉर्ट टर्म ट्रेड के निर्धारण के लिए निफ्टी को यह बाधा तोड़नी होगी। जब तक निफ्टी इस लेवल को तोड़कर ऊपर नहीं जाता है तब तक निगेटिव आउटलुक के साथ निफ्टी पर हमारा नजरिया न्यूट्रल है। जब तक ग्लोबल सेंटिमेंट निगेटिव बने रहेंगे तब तक भारतीय बाजार भी निगेटिव बने रहेंगे।
स्वतंत्र टेक्निकल एनालिस्ट मनीष शाह का कहना है कि किसी बड़ी रैली के लिए निफ्टी को अब 15950-16000 का स्तर तोड़कर ऊपर टिकना होगा। ऐसा लग रहा है कि निफ्टी इस ब्रेकआउट के पहले अपने लिए बेस बना रहा है। अगले हफ्ते निफ्टी हमें 15950-15650 के बीच घूमता नजर आ सकता है। निफ्टी के एक बार 16000 के ऊपर जाने के बाद ही हमारी एग्रेसिव बाईंग करने की सलाह होगी।
वीकली चार्ट पर निफ्टी ने एक लॉन्ग लोअर शैडो के साथ रेड कैंडल बनाया है। वर्तमान में निफ्टी के लिए 15700 पर सपोर्ट नजर आ रहा है। वहीं नीचे की तरफ इसके लिए 15300-15250 पर दूसरे बड़े सपोर्ट हैं।
Kotak Securities के अमोल अठावले का कहना है कि इस समय निवेशक दुनिया की आर्थिक स्थिति को लेकर काफी चितिंत है और जिसके चलते किसी भी निगेटिव खबर पर बिकवाली देखने को मिल रही है। ऑयल एंड गैस और ऑटो शेयरों में बिकवाली के कारण आज कमजोर क्लोजिंग देखने को मिली। हालांकि आईटी और रियल्टी स्टॉक में आई खरीदारी के चलते बाजार को सपोर्ट मिला।
निफ्टी ने वीकली चार्ट पर एक हैमर कैडलिस्टिक फॉर्मेशन बना लिया है। अब इसके लिए 15,700 का लेवल एक ट्रेड डिसाइडर लेवल होगा। अगर निफ्टी इस लेवल को पार कर लेता है तो हमें इसमें 15,850-15,950 का लेवल देखने को मिल सकता है। वहीं अगर निफ्टी 15,700 के नीचे बना रहता है तो तब तक इसमें दबाव कामय रह सकता है और यह हमें 15,500-15,350 की तरफ जाता नजर आ सकता है।
Religare Broking के अजीत मिश्रा का कहना है कि इस हफ्ते से बाजार में आईटी कंपनियों के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। आईटी दिग्गज TCS के नतीजे 8 जुलाई को आएंगे। ग्लोबल मंदी की आशंका के बीच बाजार भागीदारों की नजर TCS के नतीजों और इसके गाइडेंस पर रहेंगी। इसके अलावा ग्लोबल संकेतों, कच्चे तेल की चाल, रूस-यूक्रेन युद्ध के मोर्चे से आ रही खबरें भी बाजार पर अपना असर दिखाएंगी।
अजित मिश्रा ने आगे कहा कि इंडेक्स में हाल में दिखे कंसोलिडेशन से इस बात के संकेत मिलते हैं कि बाजार भागीदार इस समय काफी सर्तक नजरिया अपनाए हुए हैं। निफ्टी को 16200 के जोन में जाने के लिए 15900 का स्तर तोड़कर मजबूती से टिकना होगा। जब तक ऐसा नहीं होता तब तक बाजार में निगेटिव रुझान बना रहेगा और साइडवेज कारोबार होता नजर आएगा। नीचे की तरफ निफ्टी के लिए 15100-15350 पर सपोर्ट नजर आ रहा है।
इस हफ्ते हमें ऑटो और एफएमसीजी में तेजी कायम रहने की उम्मीद है। वहीं दूसरे सेक्टरों में चुनिंदा शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है। बाजार भागीदारों को चुनिंदा शेयरों पर फोकस करने की रणनीति पर कायम रहना चाहिए और बहुत लिवरेज्ड पोजिशन लेने से बचना चाहिए।
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