Paytm share buyback : पेटीएम की शेयर बायबैक की योजना ने घाटे में चल रही कंपनी की ग्रोथ की संभावनाओं को लेकर इनवेस्टर्स को चिंता में डाल दिया है। दरअसल कंपनी अपने फंड को पिटे हुए शेयर को मजबूती देने के लिए इस्तेमाल कर रही है। पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लि. (One 97 Communications) का बोर्ड मंगलवार को बायबैक पर फैसला करेगा। कंपनी का शेयर बीते साल नवंबर में लिस्टिंग से अभी तक लगभग 75 फीसदी टूट चुका है। साथ ही एक दशक के दौरान दुनिया के सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले शेयर के रूप में सामने आया है।
स्टॉक प्राइस को सपोर्ट देने पर उठे सवाल
भले ही बायबैक प्लान से कम से कम अस्थायी रूप से पेटीएम के शेयरों में मजबूती आए, लेकिन इनवेस्टर्स बिजनेस के लिए कैश को बचाए रखने के बजाय स्टॉक प्राइस को सपोर्ट देने की कोशिश पर सवाल उठा रहे हैं। भारत के प्रमुख डिजिटल पेमेंट ब्रांड (digital payments brand) को पिछले महीने खासा ज्यादा तिमाही घाटा हुआ था।
सिर्फ प्री-आईपीओ शेयरहोल्डर्स को होगा फायदा
एक प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल एडवाइजरी सर्विसेज इंडिया लि. (Institutional Investor Advisory Services India) ने सोमवार को एक नोट में लिखा, “इस तरह से कैश निकालना ज्यादा अच्छी बात नहीं है। जब तक शेयर की 2,150 रुपये से ऊंची कीमत पुनर्खरीद नहीं की जाती, तो किसी भी बायबैक से सिर्फ प्री-आईपीओ शेयरहोल्डर्स और कर्मचारियों को ही फायदा होगा।” कंपनी ने आईपीओ के जरिये 2,150 रुपये पर शेयर बेचे थे।
मंगलवार, 13 दिसंबर को शेयर बीएसई पर इंट्राडे में 2 फीसदी से ज्यादा की मजबूती के साथ 542.65 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। दोपहर 2.30 बजे शेयर 2.20 फीसदी मजबूती के साथ 540 रुपये से ऊपर कारोबार कर रहे हैं। हालांकि, बायबैक के ऐलान के बाद शेयर 6 फीसदी मजबूत हो चुका है।
देना होगा 30-40 फीसदी प्रीमियम
मुंबई बेस्ड क्वांटैस रिसर्च (Quantace Research) के फाउंडर कार्तिक जोनागदला ने कहा, “शेयर की कीमतों में गिरावट को देखते हुए स्टॉक बायबैक पेटीएम की एक रणनीति है। बायबैक को सफल बनाने के लिए कंपनी को मौजूदा मार्केट प्राइस पर 30-40 फीसदी प्रीमियम देना पड़ सकता है। अन्यथा इसका उद्देश्य पूरा नहीं होगा।”