RBL Bank : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) मार्च, 2022 में होने वाले अगले रिव्यू में निफ्टी बैंक इंडेक्स से प्राइवेट सेक्टर के लेंडर आरबीएल बैंक को बाहर कर सकता है, वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा को एंट्री मिल सकती है। एडलवाइस सिक्योरिटीज ने अपनी हालिया एक रिपोर्ट में यह बात कही है।
हाल के घटनाक्रमों के बाद इंडेक्स में बदलाव होने का अनुमान है। 25 दिसंबर को, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने योगेश दयाल को बैंक के बोर्ड में एडिशनल डायरेक्टर के रूप में नियुक्त कर दिया था और इसी दिन, बैंक के एमडी और सीईओ विश्ववीर आहूजा तत्काल छुट्टी पर चले गए थे। दयाल डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिकेशन के चीफ जनरल मैनेजर इंचार्ज हैं।
शेयर में 18.47 फीसदी की गिरावट
इन घटनाक्रमों के बाद बैंक के स्टॉक में लगातार दूसरे दिन 27 दिसंबर को भारी गिरावट दर्ज की गई। आज इंट्रा डे में स्टॉक 24.7 फीसदी टूटा और पिछले सेशन में इसमें 2.83 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। सोमवार को एनएसई पर आरबीएल बैंक के शेयर 18.48 फीसदी कमजोर होकर 140.95 रुपये पर बंद हुआ।
बड़ौदा बैंक ले सकता है आरबीएल की जगह
एडलवाइज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “आरबीआई, निफ्टी बैंक से बाहर हो सकता है।” ब्रोकरेज ने कहा, हमें विश्वास है कि निफ्टी बैंक के आगामी रिव्यू में बैंक ऑफ बड़ौदा, आरबीएल बैंक की जगह ले सकता है। एडलवाइज अंतिम अनुमान जनवरी, 2022 के पहले पखवाड़े में जारी करेगा। एनएसई फरवरी, 2022 के दूसरे पखवाड़े में इंडेक्स में बदलाव की घोषणा करेगा और इंडेक्स की रिबैलेंसिंग मार्च, 2022 के अंतिम दिन से लागू होगी।
26 दिसंबर को आरबीएल के अंतरिम एमडी और सीईओ नियुक्त किए गए एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजीव आहूजा ने कहा कि बैंक और उसके टॉप मैनेजमेंट को आरबीआई का पूरा सपोर्ट हासिल है और उसके असेट क्वालिटी से जुड़े इश्यूज दूर कर लिए गए हैं।
आरबीआई ने जताया बैंक पर भरोसा
आरबीआई ने सोमवार को एक स्टेटमेंट जारी कर कहा, “आरबीएल बैंक अच्छी तरह कैपिटलाइज है और उसकी फाइनेंसियल पोजिशन संतोषजनक है। 30 सितंबर, 2021 तक के छमाई ऑडिटेड रिजल्ट के मुताबिक, आरबीएल ने 16.33 फीसदी का सहज कैपिटल एडीक्वेसी रेश्यो और 76.6 फीसदी का प्रोविजन कवरेज रेश्यो बरकरार रखा है।”
केंद्रीय बैंक ने कहा, 24 दिसंबर, 2021 को बैंक का लिक्विडिटी कवरेज रेश्यो (एलसीआर) 153 फीसदी है, जबकि रेग्युलेटरी रिक्वायरमेंट 100 फीसदी की है।
निफ्टी50 इंडेक्स में भी होगा बदलाव
इसके साथ ही रिपोर्ट कहती है कि निफ्टी50 इंडेक्स में अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेस या इन्फो एज अगले साल मार्च में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की जगह ले सकती हैं। इसके अलावा ब्रोकरेज के मुताबिक, निफ्टी आईटी इंडेक्स में परसिस्टेंट सिस्टम्स, एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज की जगह ले सकती है।
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