RBI द्वारा अपनी अहम दरों और रुख में कोई बदलाव ना किए जाने के बाद भारतीय बाजार आज जोश में नजर आ रहे हैं। आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने इकोनॉमी में रिकवरी को सपोर्ट देनें के लिए नीतिगत सपोर्ट देने का वादा किया है। इसका बाजार पर आज पॉजिटीव असर देखने को मिल रहा है। सेसेंक्स में करीब 900 अंकों की बढ़त देखने को मिली है जबकि निफ्टी 17400 के ऊपर जाता दिख रहा है।
इस बीच बाजार की आगे की दशा और दिशा पर बात करते हुए IIFL सिक्योरिटीज के संजीव भसीन ने कहा है कि भारतीय बाजारों में दिसंबर के दूसरे पखवारे में जोरदार तेजी देखने को मिलेगी। चूंकि अब एफआईआई की बिकवाली में कमी आ रही है इसके साथ ही अब तक आए मैक्रो इकोनॉमिक आंकड़े काफी अच्छे रहे है जिसका असर बाजार पर देखने को मिल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि दिसंबर के अंत तक निफ्टी आसानी से 18000 का स्तर छूता नजर आएगा। उन्होंने आगे कहा कि ग्लोबल बाजार पर नजर डालें तो इक्विटी मार्केट इस समय ओवरशोल्ड नजर आ रहे हैं। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने पूरी दुनिया में बाजार सेटिमेंट पर बुरा असर डाला है। जिसके चलते इक्विटी बाजार में भारी बिकवाली आई है। लेकिन बाजार अब इस डर से उबरता दिखेगा और आगे हमें खरीदारी लौटती दिखेगी।
जहां तक भारतीय बाजारों की बात है तो कच्चे तेल में गिरावट और लोकल फंडों द्वारा बाजार में की जा रही जोरदार खरीदारी एक अच्छा संकेत है। इस समय बाजार काफी अच्छे वैल्यूएशन पर नजर आ रहा है अब इसमें यहां अच्छी खरीदारी लौट सकती है। इसमें बैंकिंग शेयर लीड करते नजर आ सकते हैं।
Swastika Investmart के संतोष मीणा की भी राय है कि दिसंबर महीने का दूसरा पखवारा बाजार के लिए अच्छा रहेगा। हम इस समय बुल मार्केट के दौर में हैं। बाजार में इस समय 10 फीसदी हेल्दी करेक्शन देखने को मिल रहा है। हाल का निचला स्तर इस करेक्शन का बॉटम हो सकता है। अगर और गिरावट आती है तो निफ्टी हमें 16700-16400 के जोन में जाता नजर आ सकता है लेकिन यह करेक्शन अच्छे शेयरों में खरीद का शानदार मौका होगा।
उन्होंने आगे कहा कि यह कहना मुश्किल है कि दिसंबर 2021 के दूसरे पखवारे में निफ्टी 18000 के ऊपर बंद होगा लेकिन हम यह कह सकते हैं कि दिसंबर 2021 का दूसरा पखवारा बाजार के लिए अच्छा रहेगा। पिछले 10 साल के इतिहास पर नजर डालें तो दिसंबर का महीना बाजार के लिए बेहतर महीनों में रहा है। पिछले 10 साल में दिसंबर महीने में निफ्टी में 3 फीसदी की औसत बढ़त देखने को मिली है।