Sensex Target: भारतीय स्टॉक मार्केट अब रिकवरी के रास्ते पर है? इंवेस्टमेंट बैंकिंग फर्म एचएसबीसी (HSBC) का तो ऐसा ही मानना है, तभी तो इसने करीब आठ महीने बाद भारत की रेटिंग को अपग्रेड किया है। इससे पहले जनवरी में एचएसबीसी ने इसकी रेटिंग को घटाकर न्यूट्रल कर दिया था। अब जाकर इसने 24 सितंबर को अपने नोट में भारत की रेटिंग को अपग्रेड किया है और इसे ओवरवेट कर दिया। एचएसबीसी ने सेंसेक्स के लिए 12 महीने का टारगेट 94 हजार फिर फिक्स किया है जोकि 14.49% अपसाइड है। मंगलवार को यह 82,102.10 पर बंद हुआ था।
आठ महीने पहले क्यों घटाई थी रेटिंग?
एचएसबीसी ने करीब आठ महीने पहले जनवरी में भारत की रेटिंग को घटाकर न्यूट्रल कर दिया था। इसकी वजह हाई वैल्यूशन के बीच ग्रोथ में सुस्ती थी। इसके चलते इंवेस्टमेंट बैंकिंग फर्म का मानना था कि अपसाइड की संभावनाएं सीमित हो गई हैं।
एचएसबीसी का कहना है कि पिछले 12 महीनों में विदेशी फंडों ने भारतीय मार्केट से काफी निकासी की है, लेकिन घरेलू निवेशक बाजार की कमजोर चाल के बावजूद मजबूती से बने हुए हैं। इस साल दक्षिण कोरिया का कोस्पी पूरे एशिया पैसेफिक में सबसे शानदार स्पीड से ऊपर चढ़ा और यह 45% उछला है जबकि ताइवान का मार्केट 15%। वहीं भारत में सेंसेक्स इस साल अभी तक सिर्फ 4.5% ही मजबूत हुआ है। हालांकि कोस्पी की इसी तेजी के चलते एचएसबीसी ने पिछले महीने इसे डाउनग्रेड कर अंडरवेट किया है जबकि भारतीय मार्केट की इसी सुस्त चाल ने अब मौका बनाया तो एचएसबीसी ने रेटिंग अपग्रेड कर दी।
एचएसबीसी का कहना है कि अर्निंग्स ग्रोथ की उम्मीदें आगे भी थोड़ी हल्की हो सकती हैं लेकिन वैल्यूएशन की चिंता अब नहीं रह गई हैं। इसके अलावा सरकारी नीतियां भी स्टॉक मार्केट को सपोर्ट कर रही हैं। इंवेस्टमेंट बैंकिंग फर्म का मानना है कि क्षेत्रीय लेवल पर यानी एशियाई बाजारों में भारतीय स्टॉक मार्केट काफी आकर्षक हो गया है जिसके चलते इसकी रेटिंग अपग्रेड करनी पड़ी। एचएसबीसी का मानना है कि अमेरिकी टैरिफ का जैसे चीन पर खास असर नहीं पड़ा, वैसे ही लिस्टेड भारतीय कंपनियों के मुनाफे पर भी इसका बहुत कम असर पड़ने की उम्मीद है।
Sensex पहुंचा रिकॉर्ड हाई के एकदम करीब
पिछले साल सेंसेक्स 27 सितंबर 2024 को 85,978.25 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा था। हालांकि इस रिकॉर्ड हाई लेवल से यह जियोपॉलिटिकल टेंशन और टैरिफ वार की आंच में 16.93% टूटकर 71,425.01 पर आ गया। इसके बाद रिकवरी शुरू हुई और उठा-पटक के साथ अब तक यह 14.95% रिकवर हो चुका है लेकिन रिकॉर्ड हाई से अब भी यह 4.51% डाउनसाइड है।
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