HUL Q1 Result: हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड (HUL) के लिए चालू वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत धमाकेदार रही। कंपनी के तिमाही नतीजे पर शेयरों ने तगड़ा पॉजिटिव रिस्पांस दिया और इंट्रा-डे के निचले स्तर से करीब 5% उछल गए। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के भारतीय सामानों पर 25% टैरिफ और पेनल्टी लगाने के ऐलान पर भारतीय स्टॉक मार्केट में बिकवाली की आंधी के बीच इसके भी शेयर आधे फीसदी से अधिक टूट गए थे। हालांकि नतीजे आने के बाद बीएसई पर इंट्रा-डे के निचले स्तर ₹2418.00 से यह 5.38% रिकवर होकर ₹2548.20 के इंट्रा-डे हाई तक पहुंच गया था। आज बीएसई पर यह 3.48% की बढ़त के साथ ₹2521.85 पर बंद हुआ है।
जून तिमाही में एचयूएल की वॉल्यूम ग्रोथ 4% रही जो सीएनबीसी-टीवी18 पोल के अनुमान 3-4% के हाई बैंड पर रही। चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 3.9% बढ़कर ₹15,931 करोड़ पर पहुंच गया जबकि सीएनबीसी-टीवी18 पोल में इसके 4% की ग्रोथ के साथ ₹15,945 करोड़ पर पहुंचने का अनुमान था। हालांकि इस दौरान ईबीआईटीडीए यानी ऑपरेटिंग प्रॉफिट 1.3% गिरकर ₹3,558 करोड़ पर आ गया जोकि ₹3,595 करोड़ के अनुमान से हल्का-सा ही कम है और ऑपरेटिंग मार्जिन 120 बेसिस प्वाइंट्स 23.5% से गिरकर 22.3% पर आ गया जबकि सीएनबीसी-टीवी18 पोल में 100 बेसिस प्वाइंट्स के दबाव का अनुमान लगाया गया था। इस दौरान कंपनी का शुद्ध मुनाफा 7.7% बढ़कर ₹2,732 करोड़ पर पहुंच गया।
अब आगे को लेकर बात करें तो मैनेजमेंट का कहना है कि तिमाही आधार पर ग्रास मार्जिन में सुधार दिख सकता है। इसे लागत की तुलना में कीमतों में सुधार, बेहतर मिक्स और एंड-टू-एंड नेट प्रोडक्टिविटी प्रोग्राम में तेजी से सपोर्ट मिलेगा। मार्च तिमाही के आखिरी में एचयूएल ने जोर दिया था कि चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में ग्रोथ पिछले वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में ग्रोथ की तुलना में अधिक रह सकती है। इसके अलावा मैनेजमेंट ने यह भी कहा था कि ऑपरेटिंग मार्जिन अगले कुछ तिमाहियों में 22%-23% के बीच बना रह सकता है जबकि ग्रास मार्जिन में सुस्ती दिख सकती है।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?
एचयूएल के शेयर पिछले साल 23 सितंबर 2024 को ₹3034.50 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई है। इस हाई से यह छह महीने में 29.61% फिसलकर 4 मार्च 2025 को ₹2136.00 पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है।
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