Market This Week : 24 अक्टूबर को समाप्त हुए उटापटक भरे सप्ताह में मिड और स्मॉल कैप इंडेक्सों ने सेंसेक्स-निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन किया। एफआईआई से मिले सपोर्ट और दूसरी तिमाही के अब तक के बेहतर नतीजों के बीच दिवाली वाले सप्ताह में बीएसई मिड और स्मॉलकैप इंडेक्सों में 0.5 प्रतिशत और 1 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है।
इस हफ़्ते बीएसई सेंसेक्स 259.69 अंक या 0.30 प्रतिशत बढ़कर 84,211.88 पर और निफ्टी 50 85.3 अंक या 0.33 प्रतिशत बढ़कर 25,795.15 पर बंद हुआ। हालांकि, अक्टूबर महीने में अब तक दोनों बेंचमार्क इंडेक्सों में लगभग 5 फीसदी की बढ़त हुई है। विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) इस हफ्ते नेट बॉयर रहे और उन्होंने 342.74 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 27वें सप्ताह भी अपनी खरीदारी जारी रखी और 5945.31 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
इस महीने में अब तक FIIs ने 244.02 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची है, जबकि DII ने 33,989.76 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी है।
सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो निफ्टी आईटी इंडेक्स में 3% की बढ़त हुई, पीएसयू बैंक में 2% की तेजी आई, निफ्टी मेटल इंडेक्स में 1.5% की बढ़त हुई, निफ्टी मीडिया इंडेक्स में 1.3% की वृद्धि हुई, निफ्टी ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1% की वृद्धि हुई, जबकि निफ्टी एफएमसीजी और ऑटो इंडेक्स में 0.5% की गिरावट आई।
बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में लगभग 1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें भगेरिया इंडस्ट्रीज, मफतलाल इंडस्ट्रीज, डीसीबी बैंक, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, राजरतन ग्लोबल वायर, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक 21-36 प्रतिशत के बीच बढ़े। जबकि, स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स, गैलेंट इस्पात, इंडो थाई सिक्योरिटीज, यूनिपार्ट्स इंडिया, केल्टन टेक सॉल्यूशंस, जेनेसिस इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन, एस्टेक लाइफसाइंसेज, तानला प्लेटफॉर्म्स में गिरावट रही।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि अगले 1-2 कारोबारी सत्रों में निफ्टी में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। हालांकि, उसके बाद इसमें लगातार तेजी की संभावना है। ऊपर की तरफ इसके लिए 25,850 पर रेजिस्टेंस है। ये दीवार पार हो जाने पर निफ्टी में 26,000-26,200 तक की तेजी संभव है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि सोमवार को बाजार बैंकिंग दिग्गज कोटक महिंद्रा बैंक के तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया करेंगे। ये नतीजे वीकेंड में घोषित किए जाएंगे। कुल मिलाकर अनुमान है कि ग्लोबल संकेतों, दूसरी तिमाही के नतीजों और मैक्रो आर्थिक आंकड़ों को देखते हुए भारतीय शेयर बाजार सीमित दायरे में रहेंगे।
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