NITIN RAO, CEO, InCred Wealth
NITIN RAO, CEO, InCred Wealth
चाहे ये कोरोना महामारी हो या फिर रूस-यूक्रेन का युद्ध ये सभी बाजार पर अपना असर दिखा रहे हैं और बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है। ऐसे में निवेशकों को दुनिया में भारी उथल -पुथल और इसकी वजह से बाजार पर पड़ने वाले असर के लिए दिमागी तौर पर तैयार रहना चाहिए। उम्मीद है कि बाकी बचे कैलेंडर ईयर 2022 में भी बाजार में भारी वोलैटिलिटी बनी रहेगी। ऐसी स्थिति में अनुशासित तरीके से अपने जोखिम क्षमता को ध्यान में रखकर किया गया एसेट एलोकेशन एक अकेला ऐसा तरीका है जो आपके पैसे को सुरक्षित रखने के साथ ही इसमें ग्रोथ भी ला सकता है।
उम्मीद है कि शॉर्ट टर्म में कमोडिटी की कीमतों में तेजी बनी रहेगी। जिससे भारतीय बाजारों पर दबाव रहेगा। क्योंकि कमोडिटी की कीमतें महंगाई को घटाने या बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती हैं। बाजार के उथल पुथल भऱे माहौल में निवेशकों को अपनी जोखिम क्षमता को ध्यान में रखते हुए लंबी अवधि के नजरिए से इक्विटी प्रोडक्ट, डेट प्रोडक्ट्स, गोल्ड और वैकल्पिक निवेश विकल्पों में अपने पैसे डालने चाहिए।
अगर इस समय आपके पास निवेश के लिए 10 लाख रुपए सरप्लस है तो आपके लिए यह बेहतर होगा कि आप शॉर्ट टर्म के लिए ऑर्बिटरेज फंड (arbitrage funds) में कुछ पैसे डालें। इसके अलावा बैंकिंग, स्टॉक्स और फंडों में किसी खबर के चलते आनेवाली गिरावट में कुछ पैसे जरुर डालें। इस निवेश के लिए वैल्यू स्टॉक्स पर फोकस करें। इस समय के वैल्यू स्टॉक्स ऐसे अंडरप्राइज्ड स्टॉक्स है जो मैन्यूफैक्चरिंग, ऑटो मोबाइल, केमिकल आदि जैसे सेक्टरों से जुड़े हुए है। ये भविष्य के नजरिए से यह काफी आर्कषक सेक्टर हैं। स्थितियां सुधरने में इनमें जोरदार तेजी आनी की उम्मीद है। दूसरी तरफ इकोनॉमी रिकवरी की स्थिति में बैंकिंग स्टॉक्स में सबसे पहले और सबसे ज्यादा तेजी आती दिखेगी क्योंकि बैंकिंग स्टॉक इकोनॉमी से जुड़े तमाम अहम सेक्टरों से जुड़े होते हैं और इन सेक्टरों से जुड़ी तेजी और बढ़ती मांग का असर बैंकिंग स्टॉक्स पर सबसे पहले और तेजी से देखने को मिलता है।
बॉन्ड्स में करें निवेश
मीडियम से शॉर्ट टर्म अवधि वाले हाई यील्ड बॉन्ड भी निवेश का अच्छा विकल्प हैं। इनमें किए गए आपके निवेश पर पॉजिटिव रियल रिटर्न मिलता है।
रियल एस्टेट में भी करें निवेश
रियल एस्टेट सेक्टर में परंपरागत रुप से महंगाई से निपटने के लिए बेहतर हैजिंग विकल्प माना जाता है। लॉन्ग टर्म में प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट या REITs रियल एस्टेट सेक्टर में इन्वेस्टमेंट का एक आसान और अच्छा तरीका है।
विदेशी बाजारों में भी कर सकते है निवेश
महंगाई में बढ़त के चलते करेंसी की वैल्यू घट जाती है जिसके चलते दूसरी बड़ी करेंसियों की तुलना में घरेलू करेंसी कमजोरी होती है। ऐसे में विदेशी निवेश से आप फायदा उठा सकते हैं। विदेशी बाजारों में फीडर फंड, फंड ऑफ फंड या फिर दूसरे विदेशी निवेश विकल्पों के माध्यम से पैसे लगाए जा सकते हैं। निवेशक अमेरिकी डॉलर या यूरो पर आधारित निवेश विकल्पों में पैसे डाल सकते हैं और अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइड कर सकते हैं।
कमोडिटी में भी कर सकते हैं निवेश
सोना महंगाई से निपटने के लिए सबसे बेहतर हेजिंग विकल्प माना जाता है। इस समय सोने में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। ऐसे में निवेशक अपने पोर्टफोलियो का 5 फीसदी हिस्सा गोल्ड ईटीएफ या सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड के जरिए सोने में डाल में सकते हैं।
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