अगर लोकसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल के नतीजे वास्तविक नतीजों में तब्दील होते हैं तो भारतीय शेयर बाजार सकारात्मक प्रतिक्रिया देगा। यह बात अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म नोमुरा (Nomura) ने 3 जून को कही। नोमुरा का कहना है कि अधिकांश एग्जिट पोल्स में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए के फिर से सत्ता में आने की उम्मीद जताई गई है। इसके चलते स्थिर सरकार की संभावना से भारत में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की ओर से निवेश बढ़ने की उम्मीद है।
यह पूंजीगत व्यय यानि कैपेक्स शेयरों के लिए एक भावनात्मक सकारात्मकता होगी, लेकिन तभी जब एग्जिट पोल के नतीजे वास्तविक चुनाव नतीजों में तब्दील हो जाएं। फोकस में रह सकने वाले अन्य प्रमुख क्षेत्र बिजली और कृषि हैं। इन्हें अनुमानित राजनीतिक स्थिरता से लाभ मिलने की उम्मीद है। नोमुरा के विश्लेषक इंफ्रास्ट्रक्चर, सीमेंट और प्राइवेट बैंक जैसे सेक्टर्स को लेकर आशावादी बने हुए हैं। उन्हें उम्मीद है कि नई सरकार के तहत ये सेक्टर अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
इन सेक्टर्स के लिए आउटलुक निगेटिव
इसके उलट, आईटी और केमिकल सेक्टर्स के लिए आउटलुक निगेटिव है। इन उद्योगों को राजनीतिक नतीजों की परवाह किए बिना चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। नोमुरा के अनुसार, कंज्यूमर सेक्टर्स को न्यूट्रल माना जाता है, जो दर्शाता है कि उन्हें चुनाव परिणामों से किसी भी तरह से महत्वपूर्ण प्रभाव का अनुभव नहीं हो सकता है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे कई कारक हैं, जो 3 जून को भारी उछाल का संकेत दे रहे हैं, क्योंकि एग्जिट पोल के नतीजे मजबूत जीडीपी आंकड़ों और डेरिवेटिव्स में एफआईआई की हालिया पोजिशन के बाद आए हैं।
लॉन्ग टर्म इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर 4 जून का करेंगे इंतजार
केजरीवाल रिसर्च एंड इनफॉर्मेशन सर्विसेज के अरुण केजरीवाल कहते हैं, 'शॉर्ट-टर्म वाले निवेशक सोमवार को एक्शन में होंगे, हालांकि लंबी अवधि के इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर अभी भी मंगलवार को अंतिम फैसले का इंतजार करेंगे। हालांकि इसकी बहुत संभावना है कि सोमवार को निफ्टी 23,000 अंक को पार कर जाए, लेकिन इस तरह की अचानक तेजी के बाद अक्सर 2-3 प्रतिशत की गिरावट होती है और इससे निफ्टी सप्ताह के दौरान 23700-23800 के स्तर पर पहुंच सकता है। सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 78,000 को पार कर सकता है।'