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IndusInd Bank Shares: एक और 'गड़बड़ी' की जांच शुरू, खुलासे पर 3% टूट गए शेयर

IndusInd Bank Shares: हिंदुजा ग्रुप के नियंत्रण वाले इंडसइंड बैंक अभी डेरिवेटिव अकाउंटिंग से जुड़ी गड़बड़ियों से निपट ही रहा था, एक और झटका इसे लग गया। इसकी अकाउंटिंग में एक और गड़बड़ी की इंटर्नल ऑडिट शुरू हुई है। इसके चलते शेयर कांप गए और टूटकर नीचे आ गए। चेक करें कि इस बार किस गड़बड़ी की जांच हो रही है

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड May 15, 2025 पर 4:32 PM
IndusInd Bank Shares: एक और 'गड़बड़ी' की जांच शुरू, खुलासे पर 3% टूट गए शेयर
IndusInd Bank Shares: प्राइवेट सेक्टर लेंडर इंडसइंड बैंक के शेयर अकाउंटिंग से जुड़ी एक नई जांच पर धड़ाम हो गए।

IndusInd Bank Shares: प्राइवेट सेक्टर लेंडर इंडसइंड बैंक के शेयर अकाउंटिंग से जुड़ी एक नई जांच पर धड़ाम हो गए। हिंदुजा ग्रुप के नियंत्रण वाले इस बैंक का इंटर्नल ऑडिट डिपार्टमेंट अभी पहले के अकाउंटिंग रिवर्सल की सीरीज की जांच कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जो मुद्दे उठाए गए हैं, पहले उसे केंद्रीय बैंक RBI और इंडसइंड बैंक के बोर्ड को भेजे गए व्हिसलब्लोअर लेटर में रखा गया था। इसके चलते शेयर इंट्रा-डे में 2.89 फीसदी टूटकर 759.00 रुपये पर आ गए। निचले स्तर पर खरीदारी पर रिकवरी के चलते आज बीएसई पर यह 0.16 फीसदी की गिरावट के साथ 780.30 रुपये पर बंद हुआ है।

IndusInd Bank में किस गड़बड़ी की हो रही जांच?

पहले डिस्क्लोजर यानी खुलासे को लेकर मुद्दे उठाए गए थे, उसके विपरीत इस बार अदर एसेट्स और अदर लाइबिलिटीज से जुड़ी एंट्री में गड़बड़ियों पर सवाल उठाए गए हैं जो बैंक के फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स में ऑपरेटिंग एक्सपेंसेज के तौर पर दिखाए गए हैं। बैंक के सीनियर मैनेजमेंट के पास व्हिसलब्लोअर लेटर तब पहुंचा था, जब कुछ ही दिन पहले आरबीआई ने सीईओ सुमंत कठपालिया का कार्यकाल 6 मार्च को एक साल के लिए बढ़ाने की मंजूरी दे दी थी। हालांकि बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में अकाउंटिंग से जुड़ी गड़बड़ियों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने 29 अप्रैल 2025 को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया था।

बैंक ने आरबीआई की मंजूरी के तुरंत बाद अकाउंटिंग से जुड़ी कमियों का खुलासा किया था जिसमें वित्त वर्ष 2025 के वित्तीय नतीजे पर 1,960 करोड़ रुपये के झटके का अनुमान लगाया गया था। बाद में बैंक की तरफ से नियुक्त एक्सटर्नल ऑडिटर ने 1,959.98 करोड़ रुपये के झटके की पुष्टि की थी। बैंक ने अभी मार्च तिमाही के कारोबारी आंकड़े नहीं जारी किए हैं।

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