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₹18000 करोड़ का शेयर बायबैक करेगी इंफोसिस, बोर्ड ने दी मंजूरी; जानिए किस भाव पर वापस खरीदा जाएगा स्टॉक

Infosys share buyback: इंफोसिस के बोर्ड ने ₹18,000 करोड़ के शेयर बायबैक को मंजूरी दे दी। आईटी कंपनी ने इससे पहले 2022 में बायबैक किया था, जब उसने ओपन मार्केट से 6 करोड़ से ज्यादा शेयर खरीदे थे। जानिए इस बार इंफोसिस किस भाव पर शेयर बायबैक करेगी।

अपडेटेड Sep 11, 2025 पर 11:01 PM
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गुरुवार को बोर्ड मीटिंग से पहले इंफोसिस का शेयर ₹1,509.5 पर बंद हुआ।

Infosys share buyback: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी- इंफोसिस के बोर्ड ने शेयर बायबैक के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कंपनी ₹18,000 करोड़ के शेयर बायबैक करेगी। यह बायबैक ₹1,800 प्रति शेयर के भाव पर किया जाएगा।

इंफोसिस के मुताबिक, यह शेयर बायबैक प्रोग्राम कुल पेड-अप कैपिटल का 25% से ज्यादा नहीं होगा और कंपनी की कुल हिस्सेदारी का 2.41% रहेगा। बेंगलुरु मुख्यालय वाली इस कंपनी के बोर्ड की बैठक गुरुवार, 11 सितंबर को हुई, जिसमें इस प्रस्ताव पर विचार किया गया।

19.3% के प्रीमियम पर शेयर बायबैक


गुरुवार को बोर्ड मीटिंग से पहले इंफोसिस का शेयर ₹1,509.5 पर बंद हुआ। इसका मतलब है कि इंफोसिस मौजूदा बाजार भाव से 19.3% के प्रीमियम पर शेयर बायबैक करेगी। आईटी कंपनी ने इससे पहले 2022 में शेयर बायबैक किया था, जब उसने ओपन मार्केट से 6 करोड़ से ज्यादा शेयर खरीदे थे।

इंफोसिस कैसे करेगी शेयर बायबैक

आईटी दिग्गज इंफोसिस के पास वित्त वर्ष 2025 में ₹42,000 करोड़ से ज्यादा कैश और कैश इक्विवैलेंट्स था। साथ ही, ₹20,000 करोड़ से ज्यादा फ्री कैश फ्लो भी था। इसका मतलब है कि इंफोसिस के पास शेयरहोल्डर्स को रिटर्न देने की पर्याप्त क्षमता है। बायबैक कंपनी के फ्री रिजर्व से किया जाएगा। यह इंफोसिस के कैपिटल अलोकेशन पॉलिसी के मुताबिक है। इसमें कंपनी अगले पांच सालों में फ्री कैश फ्लो का 85% डिविडेंड और शेयर रिटर्न के जरिए वापस करती है।

बायबैक सभी इक्विटी शेयरहोल्डर्स के लिए किया जाएगा, जो रिकॉर्ड डेट पर कंपनी के शेयरधारक होंगे। यह प्रपोजल टेंडर ऑफर रूट के जरिए प्रपोर्शनल आधार पर किया जाएगा।

इंफोसिस के बायबैक का इतिहास

यह बायबैक अक्टूबर 2022 में किए गए ₹9,300 करोड़ के बायबैक से लगभग दोगुना है। उस वक्त इंफोसिस ने ओपन मार्केट के जरिए शेयर खरीदे थे। उस समय अधिकतम भाव ₹1,850 प्रति शेयर था। तुलना के लिए, 2019 का बायबैक ₹8,260 करोड़ था। वहीं, 2017 में इंफोसिस ने ₹13,000 करोड़ का बायबैक प्रोग्राम किया था।

इंफोसिस TCS और Wipro जैसी उन कंपनियों में शामिल हो गई है, जिन्होंने पिछले दशक में कुल मिलाकर ₹1 लाख करोड़ से ज्यादा शेयर रिटर्न पर खर्च किया है।

दबाव में हैं इंफोसिस के शेयर

इस कदम का ऐलान ऐसे समय में आया है जब आईटी शेयर, विशेषकर इंफोसिस के शेयर, कमजोर वैश्विक मांग के चलते दबाव में हैं। एनालिस्टों का अनुमान है कि बायबैक से रिटर्न रेशियो और अर्निंग पर शेयर (EPS) में सुधार होगा क्योंकि इक्विटी बेस कम होगा। इससे शेयर को शॉर्ट टर्म में सहारा भी मिलेगा।

हालांकि, Centrum Broking ने इंफोसिस शेयर पर बाय रेटिंग दी है। उसने टारगेट प्राइस ₹1,942 प्रति शेयर रखा है। यह गुरुवार के बंद बाजार भाव के मुताबिक 28.7% की संभावित तेजी दिखाता है।

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