Infosys Buyback: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के बोर्ड की 11 सितंबर को होने वाली बैठक पर मार्केट की नजर टिक गई है। इसकी वजह ये है कि कंपनी ने ऐलान किया है कि इस बैठक में शेयर बायबैक यानी शेयरों को वापस खरीदने के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। वर्ष 2022 के बाद से यह कंपनी का पहला और वर्ष 1993 में लिस्टिंग के बाद से पांचवा शेयर बायबैक होगा। अब यह जानना अहम हो जाता है कि इससे पहले जो चार बार बायबैक का ऐलान हुआ है, उसके बाद शेयरों ने तीन महीने तक कैसा रिटर्न दिया था। इस बार की बात करें तो आज तो यह 5% उछलकर निफ्टी 50 का टॉप गेनर बन गया है। आज 4.85% की बढ़त के साथ एनएसई पर यह ₹1,502.40 (Infosys Share Price) पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 5.19% उछलकर ₹1,507.20 पर पहुंच गया था।
चार बार के बायबैक के समय कैसा रहा शेयरों का परफॉरमेंस?
इंफोसिस ने अप्रैल 2021 में ऐलान किया था कि यह ओपन मार्केट से ₹9200 करोड़ के शेयरों को वापस खरीदेगी। एक्सचेंज फाइलिंग के बाद एक हफ्ते में इसके शेयर 2.3% चढ़ गए लेकिन फिर उसके बाद तीन महीने के आखिरी में निगेटिव जोन में रहा।
इंफोसिस के चार बायबैक में यह सबसे छोटा रहा। इसके तहत कंपनी ने ओपन मार्केट से ₹8260 करोड़ के शेयरों के बायबैक का ऐलान किया था। हालांकि इस ऐलान के बाद एक हफ्ते या एक महीने में कुछ खास उठा-पटक नहीं दिखी लेकिन तीन महीने के आखिरी में शेयरहोल्डर्स को अच्छा रिटर्न मिला।
लिस्टेड होने के बाद से इंफोसिस ने पहली बार अगस्त 2017 में शेयर बायबैक का ऐलान किया था। इसके तहत कंपनी ने ट्रेंडर ऑफर रूट के जरिए ₹13000 करोड़ के शेयरों को वापस खरीदने का ऐलान किया था। हालांकि इसका शेयरों की चाल पर कुछ खास असर नहीं पड़ा था और तीन महीने में रिटर्न बहुत कम रहा।
Infosys Buyback: इस बार क्या है रुझान
इंफोसिस पांचवी बार शेयर बायबैक करने जा रही है। मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक जून तिमाही 2025 के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से इंफोसिस में प्रमोटर होल्डिंग 14.6% ही है तो बायबैक का शेयरों पर खास असर नहीं पड़ेगा क्योंकि इसका फ्री फ्लोट काफी बड़ा है। ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनले का कहना है कि कंपनी ₹10,000-₹14,000 करोड़ के बायबैक का ऐलान कर सकती है और इसका भाव मौजूदा लेवल से 18%-25% ऊपर हो सकता है।
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