C2C Advanced Systems IPO Listing: डिफेंस प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री को सर्विसेज देने वाली सी2सी एडवांस्ड सिस्टम्स के शेयरों की आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई और निवेशकों का पैसा पहले ही दिन डबल हो गया। लंबे समय से इसकी लिस्टिंग लटकी हुई थी क्योंकि अलॉटमेंट नहीं हो पा रहा था। अलॉटमेंट इसलिए नहीं हो रहा था क्योंकि सेबी ने इसे इंडिपेंडेंट ऑडिटर्स की नियुक्ति करने को कहा था और ऐसा इसलिए कहा गया था कि क्योंकि एक निवेशक ने गड़बड़ी की शिकायत की थी।
पहले इसके शेयरों का अलॉटमेंट 29 नवंबर को होना था लेकिन अब जाकर यह 2 दिसबंर को हुआ और अब शेयरों की आज मार्केट में एंट्री हुई है। इसके आईपीओ को निवेशकों का धमाकेदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 125 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 226.00 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 429.40 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन (C2C Advanced Systems Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद उछलकर यह 450.85 रुपये के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशकों का पैसा लगभग डबल हो चुका है। पहले इसकी 29 नवंबर को एंट्री होने वाली थी।
C2C Advanced Systems IPO को ताबड़तोड़ रिस्पांस
सी2सी एडवांस्ड सिस्टम्स का ₹99.07 करोड़ का आईपीओ 22-26 नवंबर तक खुला था। यह आईपीओ 125.35 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 31.61 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 233.13 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 132.73 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 43,83,600 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी बेंगलुरु के ट्रेनिंग सेंटर को अपग्रेड करने और दुबई में एक्सीपिएंस सेंटर खोलने, बेंगलुरु और दुबई में नए प्रेमिसेज के फिट-आउट, बेंगलुरु में नए प्रेमिसेज के सिक्योरिटी डिपॉजिट, कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
C2C Advanced Systems के बारे में
वर्ष 2019 में बनी सी2सी एडवांस्ड सिस्टम्स (पूर्व नाम सी2सी-डीबी सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड) स्वदेशी डिफेंस प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री को इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। यह रियल टाइम में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और डेटा मुहैया कराती है। इसके क्लाइंट्स नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन, डीआरडीओ, एबीबी, थेल्स, एचएएल और दसॉल्ट सिस्टम्स जैसी दिग्गज कंपनियां हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 2.38 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था लेकिन अगले वित्त वर्ष 2023 में यह 2.88 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे में आ गई जो अगले वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 12.28 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 989 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 41.30 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।