आईफोन (iPhone) बनाने वाली दिग्गज अमेरिकी कंपनी एपल (Apple) को चीन के एक फैसले से तगड़ा झटका लगा है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चीन के सरकारी अधिकारियों पर आईफोन रखने से प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके चलते एपल के शेयर बुधवार को करीब 4 फीसदी टूटे थे। इसके बाद गुरुवार को फिर यह करीब 3 फीसदी फिसल गया। दो दिन की इस गिरावट से एपल का मार्केट कैप सिर्फ दो दिन में करीब 20 हजार करोड़ डॉलर (16.61 लाख करोड़ रुपये) साफ हो गया। इसके शेयर नास्डाक पर गुरुवार 7 सितंबर को 177.56 डॉलर पर बंद हुए थे। 5 सितंबर को यह 189.7 डॉलर के भाव पर था। इसका मार्केट कैप 2.78 लाख करोड़ डॉलर है।
चीन में iPhone पर क्यों लग रहा है बैन
वाल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक इसका आधिकारिक तौर पर ऐलान तो नहीं हुआ है लेकिन अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे आईफोन को ऑफिस में न लाएं या उन्हें ऑफिस के काम के लिए इस्तेमाल न करें। हालांकि अभी तक यह नहीं पता चला है कि यह बैन कितने ऑफिसों ने लगाया है लेकिन ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक इसका दायरा बढ़ सकता है।
चीन में iPhone Ban से Apple को झटका क्यों
चीन, हॉन्ग कॉन्ग और ताईवान को मिलकर एपल के लिए काफी अहम हैं क्योंकि यह इसके लिए दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है। इसके 39.4 हजार करोड़ डॉलर रेवेन्यू (हालिया आंकड़ा) का करीब 18 फीसदी हिस्सा यहीं से आता है। इसके अलावा यहीं पर एपल के अधिकतर प्रोडक्ट्स एसेंबल किया जाते हैं। अब अगर चीन में सभी सरकारी कर्मचारियों को आईफोन रखने से रोक दिया जाता है तो इसकी बिक्री करीब 5 फीसदी गिर सकती है।
प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट Bernstein के एनालिस्ट Toni Sacconaghi ने गुरुवार को एक नोट में लिखा कि अभी तो यह झटका सरकारी कर्मचारियों के बैन तक पर ही कैलकुलेट किया गया है, अगर इससे आम लोगों में संकेत गया और वे एपल की बजाय चीन की ही कंपनियों के प्रोडक्ट का इस्तेमाल शुरू करने लगे तो ज्यादा तेज झटका लग सकता है। इस नोट में आशंका जताई गई है कि सरकारी कर्मचारियों पर रोक लगाने से एपल पर निगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है क्योंकि उनसे जुड़े परिवार के सदस्य और आम लोग भी इससे दूरी बना सकते हैं।
Huawei को मिल सकता है फायदा
चीन के सरकारी अधिकारियों को आईफोन रखने पर यह बैन बड़े दिलचस्प समय पर लगा है। पिछले हफ्ते कुछ चाइनीज रिटेलर्स ने हुवावे (Huawei) के नए फोन Mate 60 Pro के लिए ऑर्डर लेना शुरू कर दिया है। इस स्मार्टफोन की कीमत 6900 RMB (954 डॉलर यानी करीब 79 हजार रुपये) से शुरू है। इसमें चीन में ही बनी हुवावे की सब्सिडियरी हाईसिलिकॉन (HiSilicon) की चिप लगी हुई है। शुरुआती टेस्ट के मुताबिक यह फोन 5जी स्पीड पर चल सकता है लेकिन हुवावे के स्पेशिफिकिने पेज पर इस खासियत के बारे में नहीं लिखा है। हुवावे को करीब चार साल पहले 2019 में अमेरिका ने ऐसी कंपनियों की सूची में रखा था जो इसके लिए खतरा बन सकते हैं और चीन सरकार की इसके संवेदनशील जानकारियों तक पहुंच हो सकती है।