IPO News: SME IPO बाजार चार साल की तेजी के बाद 2025 में पड़ा सुस्त, टॉप से लगभग 12% नीचे फिसला IPO इंडेक्स

चार साल के शानदार प्रदर्शन के बाद,बीएसई एसएमई आईपीओ इंडेक्स को 2025 में बाजार की कठोर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। SME IPO मार्केट में वोलैटिलिटी,कमजोर फंडामेंटल्स और सुस्त लिस्टिंग निवेशकों की परीक्षा ले रहे हैं

अपडेटेड Sep 03, 2025 पर 9:30 AM
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बाजार जानकार इस सुस्ती का कारण हाल के वर्षों की जोरदार तेजी को मानते हैं। इस अंधाधुंध तेजी में कई कंपनियां कमजोर फंडामेंटल्स के बावजूद 90 फीसदी से अधिक के प्रीमियम पर लिस्ट हुई थीं

SME IPO Index : चार साल की शानदार बढ़त के बाद, बीएसई एसएमई आईपीओ इंडेक्स 2025 में अपनी गति खोता दिख रहा है। अब तक इसमें लगभग 6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। यह सुस्ती पिछले चार सालों की शानदार तेजी के बाद आई है। गौरतलब है कि SME IPO Index में 2021 में 1,100 प्रतिशत, 2022 में 43 प्रतिशत, 2023 में 96 प्रतिशत और 2024 में 147 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली थी।

इस साल बाजार में फिर से वोलैटिलिटी लौट आई है। जनवरी की शुरुआत में रिकॉर्ड 1,22,298 अंक छूने वाला इंडेक्स अब अपने टॉप से लगभग 12 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहा है।

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प्रैक्टस के फाउंडर और चीफ ग्रोथ ऑफीसर एस.वेंकट के मुताबिक मार्जिनल गिरावट पिछली लिमिट के भीतर ही है। उन्होंने कहा,"इस सेगमेंट में वोलैटिलिटी स्वाभाविक है,लेकिन नए इश्यू की मज़बूत पाइपलाइन से संकेत मिलता है कि निवेशकों की मांग और आईपीओ आने की दर, दोनों ही मज़बूत बनी हुई हैं।"

बाजार जानकार इस सुस्ती का कारण हाल के वर्षों की जोरदार तेजी को मानते हैं। इस अंधाधुंध तेजी में कई कंपनियां कमजोर फंडामेंटल्स के बावजूद 90 फीसदी से अधिक के प्रीमियम पर लिस्ट हुई थीं। रिटेल निवेशकों में पीछे रह जाने के डर के काऱण कुछ ज्यादा ही जोश देखने को मिला था। कई शेयर हालिया गिरावट के पहले अविश्वसनीय ऊंचाइयों तक पहुंच गए थे। तीर्थ गोपीकॉन इसका एक बड़ा उदाहरण है। 2024 में 111 रुपये पर लिस्ट होने के बाद, यह शेयर 774 रुपये तक उछला और फिर 88 रुपये तक गिर गया जो इसके इश्यू प्राइस से लगभग 20 प्रतिशत कम है।

मार्केट एनालिस्ट का कहना है कि निवेशक अनिश्चित मैक्रो इकोनॉमिक स्थिति में अब कमजोर ट्रैक रिकॉर्ड वाली छोटी कंपनियों से दूरी बना रहे हैं। तिमाही खुलासों की कमी (एसएमई साल में केवल दो बार ही नतीजे प्रकाशित करते हैं) ने समस्या को और बढ़ा दिया है, जिससे निवेशकों के पास विश्वास जमाने के लिए पर्याप्त आंकड़े नहीं है। कमज़ोर गवर्नेस, खराब बिजनेस मॉडल और आईपीओ की अधिक सप्लाई ने इस सेगमेंट पर और दबाव डाला है।

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इन दिक्कतों के बावजूद, एसएमई आईपीओ बाजार में अच्छा एक्शन देखने को मिल रहा। 2025 में अब तक 154 इश्यूज़ ने 6,800 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। जबकि, 2024 में 240 इश्यूज़ के जरिए 8,760 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। हालांकि, इस साल लिस्टिंग के दिन का प्रीमियम कम रहा है। 154 आईपीओ में से, लगभग 50 अपने इश्यू प्राइस से नीचे लिस्ट हुए हैं। 55 ने सिंगल डिजिट रिटर्न दिया है। जबकि 49 में निवेशकों को भारी मुनाफा हुआ है। इसके विपरीत, 2024 में 73 एसएमई आईपीओ ने शुरुआत में ही दोगुना रिटर्न दिया और 120 ने 10 से 90 फीसदी के बीच रिटर्न दिया था।

2025 की टॉप परफॉर्मर कंपनियों में इंडोबेल इंसुलेशन्स, अवाक्स अपैरल्स एंड ऑर्नामेंट्स, सवालिया फूड्स प्रोडक्ट्स और फैबटेक टेक्नोलॉजीज क्लीनरूम्स शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक ने 90 प्रतिशत से अधिक की लिस्टिंग गेन दर्ज की है। दूसरी ओर, अरुणया ​​ऑर्गेनिक्स अपनी लिस्टिंग के समय 45 प्रतिशत गिर गया, जबकि जैनिक पावर केबल्स, महेंद्र रियल्टर्स एंड इंफ्रास्ट्रक्चर, एसेक्स मरीन, मार्क लॉयर फैशन्स, वालेंसिया इंडिया, सुपरटेक ईवी और इन्फोनेटिव सॉल्यूशंस अपनी लिस्टिंग के समय लगभग 24 प्रतिशत गिर गए थे।

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