Iran vs Israel: ईरान और इजराइल के बीच के जंगी माहौल ने दुनिया भर के अधिकतर स्टॉक मार्केट को घुटनों पर ला दिया। अहम बाजारों की बात करें तो यूरोप में यूनाइटेड किंगडम का स्टॉक मार्केट ही इस झटके से संभल पाया है तो एशिया में चीन, हॉन्ग कॉन्ग और सिंगापुर के मार्केट में खरीदारी का माहौल दिखा। वहीं बाकी अहम बाजारों में बिकवाली का माहौल दिखा। बिकवाली का तेज माहौल इसलिए बना क्योंकि ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल ने इजराल पर हमला बोल दिया जिससे मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने की आशंका गहरा गई है। वहीं सप्लाई से जुड़ी दिक्कतों की आशंका पर कच्चा तेल उबल पड़ा है। हालांकि ईरान ने बुधवार की सुबह कहा कि इजराइल पर अब वह और मिसाइल अटैक नहीं करेगा, बशर्ते कोई और उकसाने की कार्रवाई न हो। वहीं इजराइल और अमेरिका ने बदले की बात कही है।
गोल्ड और बॉन्ड की तरफ भागने लगे निवेशक
ईरान और इजराइल के बीच के जंगी माहौल में निवेशक धड़ाधड़ स्टॉक्स बेच रहे हैं और वे सुरक्षित विकल्पों की तरफ भाग रहे हैं। इसके चलते अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड नीचे गिर रहा है तो गोल्ड रिकॉर्ड हाई पर चला गया है। दुनिया में सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली डॉलर यानी अमेरिकी करेंसी यूरो के मुकाबले तीन हफ्ते के सबसे मजबूत लेवल पर पहुंच गई।
मैक्रोइकनॉमिक ने डॉलर को सहारा दिया है। इसके अलावा अमेरिका में मजबूत जॉब मार्केट के चलते नवंबर में भी अमेरिकी फेड की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की संभावना बनाई है। इसके अलावा इस महीने यूरो जोन में इंफ्लेशन की स्थिति ने यूरोपीय केंद्रीय बैंक की नरमी का समर्थन किया। पेपरस्टोन के रिसर्च हेड क्रिस वेस्टन का कहना है कि इस समय मार्केट में काफी उतार-चढ़ाव है और इकनॉमिक्स, कॉरपोरेट अर्निंग्स और केंद्रीय बैंकों की प्रतिक्रिया पर जियोपॉलिटिक्स हावी रहेगी। क्रिस का कहना है कि इजराइल या ईरान की तरफ से थोड़ी सी भी शांति या आक्रामकता बढ़ती है तो इसका मार्केट सेंटिमेंट पर बड़ा असर दिख सकता है। इसके अलावा अमेरिकी पॉलिटिक्स भी मार्केट की चाल तय करेगी और बुधवार को डेमोक्रेट टिम वॉल्ज और रिपब्लिकन जेडी वांस वाइस प्रेसिडेंट डीबेट में आमने-सामने होंगे।
यूनाइटेड किंगडम का FTSE भी 0.48 फीसदी मजबूत होकर बंद हुआ है। अमेरिका की बात करें तो तीन इंडेक्स डाउ जोन्स फ्यूचर्स, एसएंडपी 500 और नास्डाक भहरा गए हैं। नास्डाक 1.53 फीसदी, डाऊ जोन्स फ्यूचर्स 0.25 फीसदी और एसएंडपी 500 भी 0.93 फीसदी टूटकर बंद हुआ। फ्रांस का सीएसी 0.81 फीसदी और जर्मनी का डीएएक्स 0.58 फीसदी कमजोर होकर बंद हुआ।
अब एशियाई मार्केट की बात करें तो जो मार्केट आज खुले हैं, उसमें हॉन्गकॉन्ग का हैंगसैंग 5.95 फीसदी मजबूत हुआ है तो सिंगापुर का स्ट्रेट टाइम्स 0.33 फीसदी ऊपर चढ़ा है। जापान का निक्केई 1.68 फीसदी कमजोर है, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.24 फीसदी और इंडोनेशिया का जकार्ता कंपोजिट 0.71 फीसदी फिसला है। भारत में आज गांधी जयंती के उपलक्ष्य में स्टॉक मार्केट में कारोबार बंद है। हालांकि गिफ्ट निफ्टी फिलहाल 0.89 फीसदी टूट गया है।
ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 1 फीसदी से अधिक उछलकर प्रति बैरल 74.33 डॉलर और यूएस डब्ल्यूटीआई फ्यूचर्स 1.3 फीसदी उछलकर 70.73 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा है। गोल्ड की बात करें तो 1 फीसदी उछलने के बाद फिलहाल यह 0.16 फीसदी नरम होकर प्रति औंस 2,658.63 डॉलर पर है। पिछले महीने यह 2,685.42 डॉलर के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा था। बेंचमार्क 10-वर्ष का ट्रेजरी यील्ड्स 1.5 बेसिस प्वाइंट्स गिरकर 3.7278 फीसदी पर आ गया। डॉलर इंडेक्स एक बार फिर 101 के पार है और यह 101.39 पर चला गया।