IREDA Share Price: इंडियन रिन्यूबल एनर्जी डेवलपमेंट एनर्जी (IREDA) के शेयर जिन आईपीओ निवेशकों को अलॉट हुए थे और उन्होंने होल्ड किया हुआ है, उनकी पूंजी में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। अभी इस शेयर की लिस्टिंग के एक साल भी पूरे नहीं हुए हैं और आईपीओ निवेशकों की पूंजी करीब 10 गुना बढ़ चुकी है। आईपीओ निवेशकों को यह शेयर 32 रुपये के भाव पर जारी हुए थे और आज इसके शेयर इंट्रा-डे में BSE पर 310.00 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे थे। जून तिमाही के शानदार नतीजे के बाद इसके शेयर रॉकेट बन गए। आज BSE पर यह 1.81 फीसदी की बढ़त के साथ 289.80 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 8.90 फीसदी उछलकर 310.00 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था और फिर मुनाफावसूली के चलते भाव थोड़े नरम पड़े।
IREDA के लिए कैसी रही जून तिमाही?
इस वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इरेडा का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) सालाना आधार पर 33.9 फीसदी उछलकर 63,207 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। तिमाही आधार पर इसके एसेट क्वालिटी में भी सुधार दिखा और ग्रॉस एनपीए 2.36 फीसदी से 2.19 फीसदी और नेट एनपीए 0.99 फीसदी से 0.95 फीसदी पर आ गया। कंपनी की ब्याज से नेट इनकम सालाना आधार पर 37.6 फीसदी बढ़कर 507.8 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
रिस्क: तेजी से शेयर पहुंचा ओवरबॉट जोन में
इरेडा के शेयरों की घरेलू मार्केट में 29 नवंबर 2023 को एंट्री हुई थी। आईपीओ निवेशकों को यह 32 रुपये के भाव पर जारी हुआ था और पहले दिन यह BSE पर 59.99 रुपये के अपर सर्किट पर पर बंद हुआ था। अब यह आज 310 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया यानी आईपीओ निवेशकों का निवेश करीब 10 गुना बढ़ गया। लगातार चार दिनों की तेजी में इसका मार्केट कैप 80 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। साथ ही यह ओवरबॉट जोन में चला गया और अब इसका रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 85 पर है। आरएसआई के 70 के पार होने का मतलब ओवरबॉट जोन है। ब्रोकरेज के रुझान की बात करें तो एक्सपर्ट्स की निगाहें अभी इस पर बहुत नहीं हैं। वैसे ICICI डायरेक्ट के टारगेट प्राइस 250 रुपये को इसने पहले ही पार कर दिया है।
कंपनी के आगे की योजना की बात करें तो इस महीने की शुरुआत में मैनेजमेंट ने सीएनबीसी-टीवी18 से बातचीत में कहा था कि फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) लाने पर काम हो रहा है। सीएमडी प्रदीप कुमार ने बताया था कि यह एफपीओ 4000-5000 करोड़ रुपये का हो सकता है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2030 के आखिरी तक महारत्न पीएसयू होने का लक्ष्य रखा है जिसके लिए ग्रोथ टारगेट फिक्स कर लिए हैं।