आईटी शेयरों के लिए अच्छा वक्त नहीं चल रहा है। इस फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में भी ज्यादा उम्मीद नहीं दिख रही है। टैरिफ वॉर और जियोपॉलिटिकल टेंशन का असर आईटी कंपनियों के कामकाज पर पड़ा है। हालांकि, लंबी अवधि के लिहाज से आउटलुक पॉजिटिव लगता है। एक्सेंचर के तीसरे तिमाही के नतीजों से भी उम्मीद जगी है। फाइनेंशियल ईयर 2025 की तीसरी तिमाही में एक्सेंचर की रेवेन्यू ग्रोथ साल दर साल आधार पर 7 फीसदी रही। लेकिन, ऑर्डर इनफ्लो साल दर साल आधार पर 7 फीसदी घटा। एक्सेंचर ने फाइनेंशियल ईयर 2025 के लिए गाइडेंस 6-7 फीसदी बढ़ा दिया है।
