ITC ने अपने होटल बिजनेस के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई है। कंपनी ने 27 जुलाई को कहा कि उसे उम्मीद है कि हाल में अलग किए गए होटल बिजनेस का प्रदर्शन पहले बेहतर रहेगा। आईटीसी का होटल बिजनेस में 40 फीसदी हिस्सेदारी है। आईटीसी ने इस डीमर्जर के बारे में इनवेस्टर्स को बताया कि इस बिजनेस में 40 फीसदी हिस्सेदारी से इसे स्ट्रॉन्ग ब्रांड वैल्यू का फायदा मिलेगा। इससे एंप्लॉयीज और सभी स्टेकहोल्डर्स का भरोसा बना रहेगा। कंपनी ने अपने होटल बिजनेस पर ज्यादा फोकस करने के लिए उसे अलग किया है। आईटीसी का मानना है कि होटल बिजनेस को अलग कर देने से इसके ग्रोथ पर पहले से ज्यादा फोकस करने में मदद मिलेगी।
होटल बिजनेस अलग करने के प्रस्ताव को बोर्ड की मंजूरी
ITC के चेयरमैन संजीव पुरी ने कहा कि कंपनी ने ग्रोथ स्ट्रेटेजी के तहत एंप्लॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOPs) और इनवेस्टमेंट बढ़ाने का प्लान बनाया है। इसे आईटीसी के ब्रांड नाम का सपोर्ट मिलेगा। आईटीसी ने 24 जुलाई को रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया था कि कंपनी के बोर्ड ने होटल बिजनेस को अलग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस रिस्ट्रक्चर प्लान के बाद होटल डिवीजन स्वतंत्र रूप से ऑपरेट करेगी। तेजी से बढ़ते हॉस्पिटलिटी सेक्टर में मौके का फायदा उठाने के लिए आइडियल कैपिटल स्ट्रक्चर के साथ वह ग्रोथ पर ज्यादा फोकस करेगा।
होटल बिजनेस का प्रदर्शन पहले से बेहतर रहेगा
उन्होंने कहा कि डीमर्जर के बाद फानेंशियल रेशियो में काफी इम्प्रूवमेंट देखने को मिलेगा। आईटीसी के लिए नया एंटिटी एक एसोसिएट होगा और यह बैलेंसशीट में कैपिटल एंप्लॉयड से बाहर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि होटल बिजनेस का 20 फीसदी कैपिटल एंप्लॉयड मौजूद नहीं होगा। आईटीसी के चीफ फाइनेंशियल अफसर सुप्रतिम दत्ता ने कहा कि ROCE रेशियो में 18-20 BPS का इजाफा होने की उम्मीद है। ROIC में 10 BPS तक इजाफा होने की उम्मीद है। यह करेंट फाइनेंशियल्स पर आधारित है।
नए एंटिटी को कैपिटल जुटाने में भी आसानी होगी
पुरी ने कहा कि कंपनी कैपिटल जुटाने के लिहाज से अच्छी स्थिति में है। ऐसे स्थिति बनेने जा रही है, जिसमें यह कम कैपिटल के साथ एसेट के मामले में आसान स्थिति में होगी। दत्ता ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि होटल बिजनेस में एंप्लॉयड कैपिटल करीब 6,000 करोड़ रुपये है। इससे नए एंटिटी को आगे कैपिटल जुटाने में आसानी होगी। लेकिन, नए एंटिटी को अपनी बैलेंसशीट का इस्तेमाल करना होगा। पुरी ने कहा कि सभी एसेट्स, एंप्लॉयीज और ऑपरेटिंग कंपनियां नई कंपनी के पास चली जाएंगी।