लगातार चार दिन लोअर सर्किट लगने के बाद आज जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio Financial Services) के शेयरों में अच्छी तेजी दिखी। हालांकि आज भी यह 205.15 रुपये के लोअर सर्किट पर खुला था लेकिन फिर एक बड़ी ब्लॉक डील के चलते यह 4 फीसदी से अधिक उछलकर इंट्रा-डे में बीएसई पर 225 रुपये पर पहुंच गए। हालांकि फिर कारोबार आगे बढ़ने पर उतार-चढ़ाव के साथ यह दिन के आखिरी में रेड जोन में बंद हुआ। इसके शेयर फिलहाल बीएसई पर यह 1.69 फीसदी की गिरावट के साथ 212.25 रुपये के भाव (Jio Financial Services Share Price) पर बंद हुए। इसका फुल मार्केट कैप 1,34,848.46 करोड़ रुपये है।
किस ब्लॉक डील ने बढ़ाई Jio Financial में खरीदारी
जियो फाइनेंशियल के करीब 6.46 करोड़ शेयरों का लेन-देन हुआ। यह ब्लॉक डील चार किश्तों में हुआ है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक 24 अगस्त को भी 1.74 करोड़ शेयरों की कई किश्तों में ब्लॉक डील हुई थी। हालांकि इन शेयरों की खरीदारी किसने और किसने बेचा है, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो सका है। हालांकि इनके चलते शेयरों की लगातार तीन दिनों की गिरावट थम गई।
21 अगस्त को हुई थी मार्केट में एंट्री
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों की 21 अगस्त को मार्केट में एंट्री हुई थी। यह रिलायंस से डीमर्ज यानी अलग होकर स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुई है। बीएसई पर इसकी 265 रुपये के भाव पर एंट्री हुई थी। हालांकि फिर पहले ही दिन यह 251.75 रुपये के लोअर सर्किट पर आकर बंद हुआ। फिर लगातार इसमें लोअर सर्किट लगता रहा और आज जाकर यह संभला है। इसे बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी से हटाया जाना है तो नुवामा हेल्थ का अनुमान है कि एक्सचेंज ट्रेडेड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड इसके शेयर बेच सकते हैं।
नुवामा हेल्थ के हालिया नोट के मुताबिक पैसिव इंडेक्स ट्रैकर्स जियो फाइेंशियल के 14.5 करोड़ शेयरों की बिक्री कर सकते हैं। जियो फाइनेंशियल MSCI और FTSE इंडेक्स में बनी रहेगी। नुवामा के अभिलाष पगारिया का मानना है कि कोई नई खरीद या बिक्री नहीं होगी। बता दें कि स्टॉक एक्सचेंजों ने जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को सेंसेक्स और निफ्टी से हटाने का फैसला 1 सितंबर तक के लिए टाल दिया है।
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