आप अगर शानदार मुनाफा देने वाले स्टॉक की तलाश में हैं तो Jindal Steel and Power (JSPL) में इनवेस्ट कर सकते हैं। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने इस शेयर के प्राइस में 27 फीसदी तेजी आने की उम्मीद जताई है। उसने इस शेयर को खरीदने का अपनी सलाह बनाए रखी है। उसने कहा है कि यह कंपनी अपनी क्षमता बढ़ा रही है। इससे इसका रेवेन्यू बढ़ेगा और मार्जिन भी अट्रैक्टिव हो जाएगा। इसने इस शेयर के लिए 720 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जो 23 जून को स्टॉक के क्लोजिंग प्राइस से 27 फीसदी ज्यादा है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा है कि जिंदल स्टील क्रूड स्टील उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के लिए 24,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है।
इस पूंजी निवेश से जिंदल की स्टील उत्पादन क्षमता 66 फीसदी बढ़ जाएगी। प्रति टन कैपेक्स 390 डॉलर आएगा। यह इंडस्ट्री में सबसे कम है। उसने कहा है कि कैपेसिटी और मार्जिन बढ़ने से कंपनी की ग्रोथ की अच्छी संभावना दिखती है। इससे फ्लैट स्टील का मिक्स बढ़कर 70 फीसदी पहुंच जाएगा, जो अभी 30-33 फीसदी है। जेएसपीएल का स्ट्रक्चरल शिफ्ट जो लॉन्ग स्टील मैन्युफैक्चरर से फ्लैट स्टील मैन्युफैक्चरर के रूप में हो रहा है, वह कंपनी के लिए लॉन्ग टर्म में फायदेमंद दिख रहा है।
रेगुलर रेल सप्लायर का लेबल मिला
ब्रोकरेज फर्म के एनालिस्ट्स का मानना है कि जेएसपीएल की स्थिति इंडस्ट्री में काफी मजबूत है। स्ट्रॉन्ग रॉ मैटेरियल लिंकेजेज से प्रोडक्शन बेहतर होगा और समय पर गुड्स की सप्लाई हो सकेगी। कंपनी ने हाल में चार थर्मल कोल ब्लॉक हासिल किए हैं। इनमें उत्कल सी, उत्कल बी1 और बी2 और गारे पालमा IV/6 शामिल हैं। एक बार इनके चालू हो जाने पर इनसे 12-15MT थर्मल कोयले की कंपनी की जरूरत पूरी होगी। जिंदल स्टील पहले प्राइवेट सेक्टर की कंपनी है, जिसे Indian Railways की तरफ से 'रेगुलर रेल सप्लायर' का लेबल मिलेगा।
तीन साल में 300 फीसदी रिटर्न
JSPL के शेयर में 23 जून को गिरावट देखने को मिली। यह शेयर 2.79 फीसदी गिरकर 567.80 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी के शेयर में सिर्फ एक महीने में 11 फीसदी का उछाल आया है। बीते एक साल में इसने करीब 80 फीसदी रिटर्न दिया है। मई में इस शेयर में 11 फीसदी गिरावट आई थी। यह शेयर इस साल 1 फरवरी को 622 रुपये पर पहुंच गया था, जो इसका 52 हफ्ते का सबसे हाई लेवल है। पिछले तीन साल में यह शेयर 305 फीसदी चढ़ चुका है।