Byju's ने बोर्ड से इस्तीफा देने वाले तीन ग्लोबल इनेवस्टर्स को अपने फैसले पर फिर से विचार करने को कहा है। मामले से वाकिफ तीन सूत्रों ने यह जानकारी दी है। एजुकेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करने वाली इस फर्म से जुड़े तीन इनवेस्टमेंट फंडों- Peak XV Partners ( Sequoia Capital India), Prosus और Chan Zuckerberg Initiative के प्रतिनिधियों ने हाल में कंपनी बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, इस्तीफे की वजह नहीं बताई गई थी।
Byju's के ऑडिटर के इस्तीफे के बाद कंपनी में उथल-पुथल का दौर शुरू हो गया है। इन प्रतिनिधियों के इस्तीफे की खबर 22 जून को आई और इसी दिन कंपनी के ऑडिटर डेलॉयट (Deloitte) ने भी कंपनी से हटने का खुलासा किया। Deloitte का कहना था कि Byju’s ने 2021-22 के लिए वित्तीय स्टेटमेंट उपलब्ध कराने में देरी की और कई बार चिट्ठी लिखने के बावजूद दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए।
सूत्रों के मुताबिक, Byju’ का टॉप मैनेजमेंट इनवेस्टर्स से बात कर उन्हें अपने फैसला वापस लेने के लिए अनुरोध कर रहा है। Byju’s और तीनों इनवेस्टर्स ने इस मामले में कुछ भी कहने से मना कर दिया। इस कंपनी को भारत की सबसे सफल स्टार्टअप फर्मों में गिना जाता है। कोरोना के दौरान छात्रों के बीच इसकी लोकप्रियता काफी बढ़ गई थी। यह मैथ्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री जैसे विषयों में छात्रों को ऑनलाइन ट्यूशन उपलब्ध कराती है। इसकी लोकप्रियता को देश के स्टार्टअप सेगमेंट में उदाहरण के तौर पर देखा जाता है और General Atlantic समेत कई इनवेस्टर्स ने Byju’s में निवेश किया था।
सूत्रों ने बताया कि इनवेस्टर्स ने बोर्ड से सामूहिक तौर पर इस्तीफा देने का फैसला इसलिए किया, क्योंकि उन्होंने Byju’s के फाउंडर और सीनियर मैनेजमेंट से कोई जवाब नहीं मिल रहा था। Byju’s और इसके लिए लेनदार 1.2 अरब डॉलर के लोन की रीस्ट्रक्चरिंग को लेकर अमेरिका में मुकदमा लड़ रहे हैं। हाल के महीनों में कंपनी के निवेशकों ने भी ऑडिट में देरी को लेकर चिंता जताई थी।