जिंदल स्टील एंड पावर (जेएसपीएल) के शेयरों में 24 जून को तेजी देखने को मिली। दोपहर में शेयर की कीमत 1.55 फीसदी चढ़कर 924.80 रुपये चल रही थी। शेयरों में तेजी की वजह ब्रोकरेज फर्म नुवामा की रिपोर्ट है। नुवामा ने इस शेयर को खरीदने की अपनी सलाह बनाए रखी है। खास बात यह कि उसने शेयर के लिए 1,193 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इसका मतलब है कि यह स्टॉक यहां से 30 फीसदी चढ़ सकता है।
पिछले साल 52 हफ्ते के हाई पर पहुंच गया था स्टॉक
Jindal Steel & Power Ltd (JSPL) का शेयर पिछले साल जून में 1,081 रुपये के प्राइस पर पहुंच गया था। यह शेयरों का 52 हफ्ते का हाई था। तब से यह 16 फीसदी गिर चुका है। नुवामा का मानना है कि हाल में शेयरों में आई गिरावट की वजह कुछ और नहीं बल्कि सीजनल कमजोरी है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि अभी शेयरों में खरीदारी का बड़ा मौका है। कंपनी का EBITDA FY23-25 के बीच 9,500 से 10,200 करोड़ रुपये के बीच रहा है। इसके FY27 तक डबल हो जाने की उम्मीद है।
वॉल्यूम की CAGR 19 फीसदी रहने की उम्मीद
कंपनी का सालाना 46 लाख टन क्षमता वाला ब्लास्ट फर्नेश इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही से काम करने लगेगा। इसके अलावा सालाना 30 लाख टन क्षतमा वाला एक बेसिक ऑक्सीजन फर्नेश भी दूसरी तिमाही के अंत तक चालू हो जाएगा। इससे FY25-27 के दौरान वॉल्यूम की कंपाउंडिंग ग्रोथ सालाना 19 फीसदी से ज्यादा रह सकती है। यह FY22 से FY25 के बीच सिर्फ 1 फीसदी रही। प्रोडक्शन कॉस्ट कम रहने से भी कंपनी के EBITDA को FY27 में अच्छा सपोर्ट मिलने की उम्मीद है।
प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से ज्यादा अर्निंग्स का अनुमान
नुवामा का कहना है कि जेएसपीएल की अर्निंग्स FY25-27 के दौरान प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से ज्यादा रहने की उम्मीद है। जेएसपीएल का RoCE FY27 में बढ़कर 27 फीसदी तक पहुंच जाने का अनुमान है। इस दौरान EBITDA की CAGR 41 फीसदी रह सकती है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा है कि अपनी अर्निंग्स ग्रोथ की बदौलत जेएसपीएल प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से अलग खड़ी नजर आती है। कंपनी पर कर्ज का बोझ भी दूसरी कंपनियों से कम है।
यह भी पढ़ें: IndusInd Bank की मुसीबत बढ़ सकती है, माइक्रोफाइनेंस लोन पोर्टफोलियो में गड़बड़ी का संदेह
बैलैंसशीट मजबूत और कर्ज का बोझ कम
कंपनी की बैलेंसशीट मजबूत है। इसका नेट डेट और EBITDA रेशियो FY27 तक 0.4 फीसदी रहने का अनुमान है। कंपनी ने FY25 तक अपने 47,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च कार्यक्रम का 55 फीसदी पूरा कर लिया था। बाकी 21,150 करोड़ रुपये का खर्च कंपनी FY28 तक करेगी। इसमें FY26 में 9,600 करोड़ रुपये और FY27 में 8,200 करोड़ रुपये का खर्च शामिल है।