Kross Listing: व्हीकल्स के लिए कलपुर्जे बनाने वाली कंपनी क्रॉस लिमिटेड के शेयरों की 16 सितंबर को लिस्टिंग से निवेशकों को मायूसी हाथ लगी। शेयर की लिस्टिंग फ्लैट रही और यह बीएसई और एनएसई पर IPO के अपर प्राइस बैंड 240 रुपये पर ही लिस्ट हुआ। दिन में इसने करीब 13 प्रतिशत के उछाल के साथ 271 रुपये का हाई छुआ। बाद में शेयर बीएसई पर 8 प्रतिशत की बढ़त के साथ 259.50 रुपये और एनएसई पर 7 प्रतिशत की बढ़त के साथ 257.65 रुपये पर सेटल हुआ।
कंपनी का 9 सितंबर को खुला 500 करोड़ रुपये का IPO 17.66 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ 11 सितंबर को क्लोज हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 24.55 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 23.40 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 11.26 गुना भरा।
किस तरह के प्रोडक्ट बनाती है Kross
कंपनी के प्रमोटर सुधीर राय और अनीता राय हैं। क्रॉस लिमिटेड को पहले Kross Manufacturers (India) Private Limited के नाम से जाना जाता था। यह ट्रेलर एक्सल, सस्पेंशन के साथ-साथ मीडियम एंड हैवी ड्यूटी कमर्शियल व्हीकल्स (M&HCV) के लिए हाई परफॉरमेंस फोर्ज्ड और प्रिसीशन मशीन्ड सेफ्टी क्रिटिकल पार्ट्स और एग्रीकल्चरल इक्विपमेंट बनाती और सप्लाई करती है। कंपनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में एक्सल शाफ्ट, कंपैनियन फ्लैंज, एंटी-रोल बार और स्टेबलाइजर बार असेंबली, सस्पेंशन लिंकेज, डिफरेंशियल स्पाइडर, बेवल गियर, प्लैनेट कैरियर, इंटर-एक्सल किट, रियर-एंड स्पिंडल, पोल व्हील, और हाइड्रोलिक लिफ्ट अरेंजमेंट, पावर टेक-ऑफ शाफ्ट, फ्रंट एक्सल स्पिंडल के लिए कई तरह के ट्रैक्टर कंपोनेंट शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2023-24 में क्रॉस का रेवेन्यू 27% बढ़कर 621.46 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 489.36 करोड़ रुपये था। शुद्ध मुनाफा 45% की वृद्धि के साथ 44.88 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो एक साल पहले 30.93 करोड़ रुपये था। EBITDA 40.4 प्रतिशत बढ़कर 80.8 करोड़ रुपये हो गया और EBITDA मार्जिन 120 bps की वृद्धि के साथ 13 प्रतिशत हो गया।
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