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शेयर बाजार ने हरे निशान में की संवत 2081 की क्लोजिंग, क्या संवत 2082 दिलाएगा बेहतर मुनाफा

अब नए संवत के करीब आने के साथ चीजें बदलती हुई दिख रही हैं। निवेशक नए आत्मविश्वास, आगे और ज्यादा फायदे की उम्मीद के साथ संवत 2082 में प्रवेश कर रहे हैं। बीते संवत में IT सेक्टर सबसे कमजोर कड़ी के रूप में उभरा

अपडेटेड Oct 20, 2025 पर 9:46 PM
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20 अक्टूबर को सेंसेक्स 411.18 अंक या 0.49 प्रतिशत बढ़कर 84,363.37 पर बंद हुआ।

संवत 2081 पॉजिटिव नोट के साथ खत्म हुआ है और निवेशकों को एक बार फिर सिखा गया कि इक्विटी में निवेश करते वक्त धैर्य कितना जरूरी है। अब जैसे-जैसे बाजार संवत 2082 के आने की तैयारी कर रहे हैं, सेंटिमेंट फिर से आशावाद की ओर मुड़ गया है। उम्मीद है कि संवत 2081 के धैर्य का फल नए संवत में मिलना शुरू हो सकता है। 20 अक्टूबर को सेंसेक्स 411.18 अंक या 0.49 प्रतिशत बढ़कर 84,363.37 पर बंद हुआ। निफ्टी 133.30 अंक या 0.52 प्रतिशत बढ़कर 25,843.15 पर बंद हुआ।

21 अक्टूबर को शेयर बाजार में दिवाली का शगुन यानि कि मुहूर्त ट्रेडिंग होगी और नए संवत की शुरुआत। बीते संवत में भारतीय शेयर बाजारों में एक साल से ज्यादा वक्त तक कंसोलिडेशन देखा गया। इस दौरान निफ्टी में 3.9% और मिडकैप इंडेक्स में 1.1% की बढ़ोतरी हुई। हालांकि, स्मॉलकैप इंडेक्स में 4.6% की गिरावट दिखी।

सेक्टर वाइज कैसी रही परफॉरमेंस


बीते संवत में IT सेक्टर सबसे कमजोर कड़ी के रूप में उभरा। अमेरिकी बाजार में अपने निवेश, H-1B वीजा को लेकर नीतिगत अनिश्चितताओं और बड़े सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर्स के बीच सुस्त वृद्धि के कारण यह सेक्टर दबाव में रहा। निफ्टी IT इंडेक्स संवत 2081 में 18.5% की गिरावट के साथ बंद हुआ। दूसरी ओर डिफेंस सेक्टर निवेश की नई थीम बनकर उभरा। घरेलू मैन्युफैक्चरिंग और स्वदेशी पर सरकार के फोकस को निवेशकों ने अपनाया। इसके चलते निफ्टी डिफेंस इंडेक्स में लगभग 25% की बढ़ोतरी हुई। माना जा रहा है कि यह सेक्टर आने वाले सालों में भी फोकस में रह सकता है।

संवत 2081 में कई प्रतिकूल परिस्थितियां भी सामने आईं, जिनकी वजह से शेयर बाजार सीमित दायरे में रहे। भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड को लेकर तनाव, भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध, भू-राजनीतिक तनावों आदि ने निवेशकों के विश्वास को कम किया। ग्लोबल फंड तेजी से बढ़ते AI ट्रेड की ओर आकर्षित हुए। वहीं भारत में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए डीप-टेक या AI-फोकस्ड सेक्टर का अभाव था। हाई वैल्यूएशंस ने FPI यानि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से बिकवाली को और बढ़ावा दिया, जिससे विदेशी पूंजी अन्य क्षेत्रीय बाजारों की ओर मुड़ गई।

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क्या नया संवत रहेगा अच्छे मुनाफे वाला?

अब नए संवत के करीब आने के साथ चीजें बदलती हुई दिख रही हैं। अक्टूबर में सेंटिमेंट में सुधार हुआ। मंथली बेसिस पर निफ्टी 4.9%, मिडकैप 5% और स्मॉलकैप 3.6% बढ़े। त्योहारी सीजन ने उत्साह को और बढ़ा दिया है। बाजार के संवत 2081 के हरे निशान में खत्म होने के साथ निवेशक नए आत्मविश्वास, आगे और ज्यादा फायदे की उम्मीद के साथ संवत 2082 में प्रवेश कर रहे हैं।

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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