सीएनबीसी-आवाज़ के साथ बाजार पर बात करने के लिए जुड़े कोटक एएमसी (Kotak AMC) के MD & CEO नीलेश शाह। कैपिटल मार्केट में तीन दशक से ज्यादा का अनुभव रखने वाले नीलेश शाह के शब्द तो बेहद सरल होते हैं, लेकिन उसका मतलब बहुत गहरा होता है। ये इक्विटी और डेट दोनों मार्केट पर गहरी पकड़ रखते हैं। नीलेश शाह इक्विटी फिक्स्ड और इनकम फंड मैनेज करते रहे हैं। यो कई दिग्गज MF हाउस में लीडरशिप की भूमिका में रहे हैं। नीलेश ICICI Pru और Franklin Templeton MF के साथ काम कर चुके हैं। ये CA में गोल्ड मेडलिस्ट और कॉस्ट अकाउंटिंग में रैंक होल्डर रहे हैं।
बाजार पर बात करते हुए नीलेश ने कहा कि आज कल मार्केट और IPL में समानता दिख रही है। IPL में बल्लेबाज तो मार्केट में बुल हावी रहेंगे। बाजार के लिए जियोपॉलिटिकल रिस्क ज्यादा नजर आ रहा है। US फेड की गूगली से मार्केट को परेशानी हो सकती है। फेड की तरफ से कई तरह के संकेत से परेशानी बढ़ सकती है। इस समय दुनिया के दूसरे मार्केट काफी डिस्काउंट पर हैं। ऐसे में भारतीय बाजार महंगा दिख सकता है।
आने वाले 3-6 महीनों में IT सेक्टर का बन सकता है बॉटम
बैंकों के NIM पर प्रेशर बना रह सकता है। NPA का दबाव कम रहने की उम्मीद है। क्रेडिट ग्रोथ बेहतर रह सकती है। चौथी तिमाही में PSU बैंकों से अच्छे नतीजों की उम्मीद है। हालांकि IT कंपनियों के गाइडेंस बाजार के मुताबिक नहीं रहे हैं। इनकी सेल्स और वॉल्यूम को लेकर भी अनिश्चितता कायम है। IT सेक्टर में निवेशकों को अंडर परफॉर्मेंस दिख रहा है आने वाले 3-6 महीनों में IT सेक्टर का बॉटम बन सकता है।
कुछ PSU में कम फ्लोटिंग, वहां नया निवेश ना करें
नीलेश का कहना है कि कुछ PSU में फ्लोटिंग कम है। वैसे में यहां नया निवेश करने की सलाह नहीं होगी। कम फ्लोटिंग वाली कंपनियों का भाव फेयर वैल्यू से ज्यादा होता है।
अगले 5 साल में ब्रोकिंग फर्म्स में बनेगा पैसा
नीलेश का मानना है कि अगले 5 साल में ब्रोकिंग फर्म्स में पैसा बनेगा। मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में निवेश फायदेमंद साबित होगा। लेकिन म्यूचुअल फंड और एक्सचेंज के सेक्टर्स में 5 साल के नजरिए से निवेश करना जरूरी है। IT, FMCG और निजी बैंक में भी लंबी अवधि के नजरिए से मौके दिख रहे हैं। निवेशकों को टेलीकॉम APRU में बढ़त की उम्मीद है। जिससे ये सेक्टर भी चल सकता है।
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