LG Electronics IPO Listing: करीब 17 साल बाद आईपीओ मार्केट में किसी कंपनी के आईपीओ को ₹4 लाख करोड़ से अधिक बोली मिली थी और अब इसकी घरेलू मार्केट में आज धांसू एंट्री हुई। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 54 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹1140 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹1715.00 और NSE पर ₹1,710.10 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 50% का लिस्टिंग गेन (LG Electronics Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹1736.40 (LG Electronics Share Price) पर पहुंच गया।
हालांकि फिर मुनाफावसूली के दबाव में यह टूटकर ₹1650.05 तक आ गया। इस निचले स्तर से शेयरों ने रिकवरी की कोशिश और फिर ₹1700 के पार गया भी लेकिन दिन के आखिरी में यह ₹1689.40 पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 48.19% मुनाफे में हैं।
LG Electronics IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का ₹11,607.01 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-9 अक्टूबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 54.02 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 166.51 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 22.44 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 3.55 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 7.62 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी हुआ है बल्कि ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 10,18,15,859 शेयर बिके हैं। चूंकि इश्यू ऑफर फॉर सेल का था तो कंपनी को आईपीओ का पैसा नहीं मिला है बल्कि शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है।
LG Electronics के बारे में
वर्ष 1997 में बनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया होम एंप्लाएंसेज और मोबाइल फोन को छोड़ कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स बनाती है। यह सीधे ग्राहकों को और बिजनेसेज को अपने प्रोडक्ट्स की बिक्री करती है। यह इंस्टॉलेशन सर्विसेज और रिपेयर-मेटेनेंस सर्विसेज भी ऑफर करती है। मार्च 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके 2 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, 2 सेंट्रल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स, 23 रीजनल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और 51 ब्रांच ऑफिसेज हैं। इसके 30,847 सब-डीलर्स हैं। इसकी दो एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं जिसमें से एक नोएडा और दूसरी पुणे में है। देश भर में इसके सप्लाई चेन नेटवर्क में 25 प्रोडक्ट वेयरहाउसेज हैं जिसमें से दो सेंट्रल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स हैं। जून 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके देश भर में 1,006 सर्विस सेंटर्स हैं, 13,368 इंजीनियर्स और चार कॉल सेंटर्स हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹1,344.93 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹1,511.07 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹2,203.35 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 10% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹24,630.63 करोड़ पर पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में कंपनी को ₹513.26 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹6,337.36 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हो चुकी है। इस दौरान कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹4,243.12 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹3,659.12 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹5,291.40 करोड़ पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष 2025 में जून 2025 तिमाही के आखिरी में यह ₹5,805.50 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।