Credit Cards

मैक्रो आंकडे़, कंपनियों के नतीजे और फेड का मिनट इस हफ्ते तय करेंगे बाजार की दिशा-एक्सपर्ट्स

इस हफ्ते से आईटी कंपनियों के सितंबर तिमाही के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। ऐसे में हमें बाजार में स्टॉक स्पेसिफिक एक्शन देखने को मिल सकता है। निवेशकों की नजर कंपनियों के लॉन्ग टर्म संभावनाओं और गाइडेंस पर रहेगी

अपडेटेड Oct 10, 2022 पर 11:59 AM
Story continues below Advertisement
Samco Securities के अपूर्वा सेठ का कहना है कि सोमवार 10 अक्टूबर से शुरु होने वाला अगला हफ्ता काफी उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है

7 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में बाजार में लगातार तीन हफ्तों की गिरावट थमती नजर आई। मिले-जुले ग्लोबल संकेतों और कमजोर होते रुपए के बीच बीता हफ्ता काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा था। 7 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में Sensex 764.37 अंक बढ़कर 58191 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 220 अंक बढ़कर 17,314.65 के स्तर पर बंद हुआ था।

आइए जानकारों से जानते हैं बाजार के लिए कैसा रह सकता है ये हफ्ता

मेहता इक्विटीज (Mehta Equities) के प्रशांत तापसे (Prashanth Tapse) का कहना है कि तकनीकी नजरिए से देखें तो निफ्टी में इस समय गिरावट का जोखिम काफी कम दिख रहा है। निफ्टी के लिए 17017 पर मजबूत सपोर्ट दिख रहा है। नियर टर्म में निफ्टी हमें 17500-17707 की तरफ जाता दिख सकता है।


एंजल वन (Angel One) के समीत चव्हाण ( Sameet Chavan) का कहना है कि निफ्टी 17200 का स्तर पार करने में कामयाब रहा है और ये इसके ऊपर टिका भी हुआ है। ऐसे में अब निफ्टी के लिए 17200 – 17000 का जोन काफी अहम बन गया है। इसके अलावा एक और टेक्निकल इंडीकेटर डेली आरएसआई (daily RSI) भी पॉजिटिव संकेत दे रहा है। अगर ग्लोबल मार्केट से अच्छे संकेत मिलते हैं तो बाजार में और तेजी देखने को मिलेगी। अब निफ्टी के लिए 17400 - 17500 - 17650 पर रजिस्टेंस दिख रहा है। ट्रेडरों को सलाह है कि उम्मीद कायम रखें। निफ्टी मिड कैप इंडेक्स आगे हमें बेहतर प्रदर्शन करता नजर आ सकता है। ऐसे में चुनिंदा स्टॉक्स पर दांव लगाने की रणनीति अपनाएं।

LKP Securities के रूपक डे का कहना है कि जब तक निफ्टी 17300 के ऊपर टिका रहता है तब तक बाजार में पॉजिटिव ट्रेंड कायम रहने की उम्मीद है। ऊपर की तरफ निफ्टी के लिए 17600-17700 पर रजिस्टेंस नजर आ रहा है। जबकि नीचे की तरफ 17200 पर सपोर्ट दिख रहा है। बैंकिंग शेयरों पर रूपक डे का कहना है कि बैंक निफ्टी आज पूरे दिन वौलेटाइल रहा है। हालांकि डेली चार्ट पर यह 50 EMAके ऊपर टिके रहने में कामयाब रहा। उन्होंने यह भी कहा कि मोमेंटम इंडिकेटर RSI बुलिश क्रॉसओवर में कदम रख रहा है। शॉर्ट टर्म में बैंक निफ्टी हमें 40000 की तरफ बढ़ता नजर आ सकता है। नीचे की तरफ इसके लिए 38500 पर सपोर्ट है।

Religare Broking के अजीत मिश्रा का कहना है कि 10 अक्टूबर से शुरु होने वाले हफ्ते में निवेशकों और बाजार भागीदारों की नजर IIP, CPI और WPI जैसे आंकड़ों पर रहेगी। इसके साथ ही अगले हफ्ते से नतीजों का मौसम भी शुरू हो जाएगा और TCS, Infosys, HCL Tech और Wipro जैसी दिग्गज आईटी कंपनियां अपने नतीजे जारी करेंगी। इसके अलावा इसी दौरान Bajaj Auto और HDFC Bank जैसे दिग्गज भी अपने नतीजे पेश करेंगे। इन सब के बीच अमेरिकी मार्केट का प्रदर्शन एफआईआई का ट्रेड , करेंसी और क्रूड मार्केट की चाल भी बाजार की दिशा निर्धारण में अहम भूमिका निभाएंगे।

Trade setup for today: बाजार खुलने के पहले इन आंकड़ों पर डालें एक नजर, मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में होगी आसानी

ग्लोबल मार्केट खासकर अमेरिका के बाजारों में टिकाऊ रिकवरी के संकेत अभी भी नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में बाजार में आगे हमें वोलैटिलिटी कायम दिखेगी। बाजार में भागीदारी करने वाले निवेशक और ट्रेडर इस बात को ध्यान में रखते हुए ही अपनी पोजिशन तय करें। इंडेक्स पर नजर डालें तो निफ्टी जब तक 17100 के स्तर को बचाए रखने में कामयाब रहता है तब तक हमें सभी सेक्टरों के टॉप परफॉर्मिंग सेक्टरों के स्टॉक पर फोकस बनाए रखना चाहिए और इनमें गिरावट पर खरीदारी करना चाहिए। वर्तमान माहौल में हमें किसी उछाल की उम्मीद में कमजोर शेयरों में खरीदारी की रणनीति से दूर रहना चाहिए।

इंडेक्स की बात करें निफ्टी के लिए 16800-17100 के जोन मे सपोर्ट नजर आ रहा है। जबकि 17580-17900 पर रजिस्टेंस दिख रहा है। चूंकि सभी सेक्टरों में रोटेशन आधार पर ट्रैक्शन देखने को मिल रहा है। ऐसे में हमें अपने सेक्टर के टॉप परफॉर्मिंग स्टॉक्स पर नजर रखनी चाहिए और उनमें गिरावट पर खरीद करनी चाहिए।

Samco Securities के अपूर्वा सेठ का कहना है कि सोमवार 10 अक्टूबर से शुरु होने वाला अगला हफ्ता काफी उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है। इस हफ्ते कई अहम इवेंट होने वाले हैं। पूरी दुनिया के बाजार की नजर अगले हफ्ते आने वाले FOMC मिनट्स पर रहेगी। ग्लोबल मार्केट की नजर अमेरिका, चीन और भारत के महंगाई आंकड़ों पर रहेगी। अगले हफ्ते भारत के सीपीआई आंकड़े आने वाले हैं जो बाजार पर असर डालने वाला सबसे बड़ा घरेलू फैक्टर होगा। इसके अलावा इस हफ्ते से आईटी कंपनियों के सितंबर तिमाही के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। ऐसे में हमें बाजार में स्टॉक स्पेसिफिक एक्शन देखने को मिल सकता है। निवेशकों की नजर कंपनियों के लॉन्ग टर्म संभावनाओं और गाइडेंस पर रहेगी।

Emkay Wealth Management के Joseph Thomas का कहना है कि 7 अक्टूबर को खत्म हुए पूरे हफ्ते में खराब ग्लोबल संकेतों के चलते घरेलू इक्विटी मार्केट काफी वोलेटाइल रहा। उन्होंने आगे कहा कि पूर्वी यूरोप में जारी जियोपॉलिटिकल तनाव और ओपेक की तरफ से की जा रही उत्पादन कटौती ने बाजार के लिए चुनौती खड़ी की है। 10 अक्टूबर से शुरू हुए हफ्ते में भी ये फैक्टर बाजार पर दबाव बनाए रखेंगे।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।