Mamaearth ग्रोथ के लिए स्ट्रेटेजिक विकल्प की तलाश जारी रखेगी, CEO ने बताया प्लान

होनासा कंज्यूमर की सीआईओ गजल अलघ ने कहा कि यह ऐसी कंपनी है जिसकी शुरुआत एक ब्रांड से हुई थी, जिसका नाम Mamaearth है। आज कंपनी के पास छह ब्रांड हैं। कंज्यूमर से बातचीत के बाद हमने समझा कि हमें सिर्फ बेबीज के लिए एक ब्रांड तक सीमित क्यों रहना चाहिए। इसके बाद हमने ब्रांड बढ़ाना शुरू किया। हमारे पास टेक्नोलॉजी है। हम कंज्यूमर की बातें सुनते हैं

अपडेटेड Nov 01, 2023 पर 4:42 PM
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Honasa के सीईओ वरुण अलघ और सीआईओ गजल अलघ ने बताया कि होनासा ब्यूटी एंड पर्सनल केयर (BPC) सेगमेंट का ऐसा ब्रांड है, जिसने सिर्फ छह साल में जीरो से 1,000 करोड़ रुपये का सफर पूरा किया है।

Honasa Consumer ने ग्रोथ के अपने प्लान के बारे में बताया है। उसने कहा है कि कंपनी ऑर्गेनिक एक्सपैंसन से ग्रोथ हासिल करेगी। साथ ही मार्केट से बेहतर प्रदर्शन के लिए वह टैक्टिकल और स्ट्रेटेजिक मौकों की तलाश भी जारी रहेगी। कंपनी के सीईओ वरुण अलघ और सीआईओ गजल अलघ ने बताया कि होनासा ब्यूटी एंड पर्सनल केयर (BPC) सेगमेंट का ऐसा ब्रांड है, जिसने सिर्फ छह साल में जीरो से 1,000 करोड़ रुपये का सफर पूरा किया है। कंपनी के मैनेजमेंट ने नॉन-कोर और सबसे महंगे अधिग्रहण Momspresso के बारे में भी बताया।

वरुण ने कहा कि पिछली चार तिमाहियों में कंपनी का फोकस इस एक्विजिशन के कई पहलुओं के इंटिग्रेशन और ऑप्टिमाइजेशन पर था। लेकिन, इसमें हम लॉन्ग टर्म वैल्यू डेलिवर करने में नाकाम रहे। इसका कंपनी के ऑवरऑल प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट पर असर पड़ा। इसके चलते कंपनी ने पिछले फाइनेंशियल ईयर के अंत में Momspresso को जारी नहीं रखने का फैसला किया। इससे FY23 में वन-टाइम एक्सेप्शनल इम्पेयरमेंट चार्ज का बोझ भी उठाना पड़ा।

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कंपनी के नए प्लान के बारे में पूछने पर गजल ने कहा कि हमने सात साल पहले शुरुआत की थी। होनासा कंज्यूमर ऐसी कंपनी है जिसकी शुरुआत एक ब्रांड से हुई थी, जिसका नाम Mamaearth है। आज कंपनी के पास छह ब्रांड हैं। कंज्यूमर से बातचीत के बाद हमने समझा कि हमें सिर्फ बेबीज के लिए एक ब्रांड तक सीमित क्यों रहना चाहिए। इसके बाद हमने ब्रांड बढ़ाना शुरू किया। हमारे पास टेक्नोलॉजी है। हम कंज्यूमर की बातें सुनते हैं। इंडिया में कई कंपनियां और ब्रांड्स मौजूद हैं, लेकिन ऐसी कंपनियां ज्यादा नहीं है, जो इंडियन कंज्यूमर के लिए प्रोडक्ट्स बनाती हैं। हम इंडिया के लिए ब्रांड्स और प्रोडक्ट्स बनाते हैं। हमें इंडियन लोगों की स्किन और यहां के मौसम के बारे में पता है।

ग्रोथ स्ट्रेटेजी के बारे में वरुण ने कहा कि हमने डिस्ट्रिब्यूशन फुटप्रिंट बढ़ाने पर फोकस किया है। हमने समझा है कि कंज्यूमर्स ऑफलाइन स्टोर्स में हमारे प्रोडक्ट्स खरीदना चाहते हैं। अब हमारे प्रोडक्ट्स 1,00,000 स्टोर्स में मौजूद हैं। फिर, भी हमारा मानना है कि अभी इस दिशा में बहुत कुछ करने की गुंजाइश है। हमें नए ब्रांड्स से भी ग्रोथ आती दिख रही है। ये दो से तीन साल पुराने हैं, लेकिन इनकी ग्रोथ बहुत अच्छी है। हमने देखा है कि Derma Co 100 करोड़ तक पहुंच गया है। इसकी ग्रोथ मामाअर्थ से तेज रही है। Aqualogica की रफ्तार डर्मा से भी तेज रही है।

कंपनी के प्रॉफिट में आने से जुड़े सवाल के जवाब में वरूण ने कहा कि अगर तिमाही के लिहाज से देखा जाए तो हम प्रॉफिट में आ चुके हैं। हमारा EBITDA 6 फीसदी है। हमने 30 करोड़ रुपये का EBITDA हासिल किया है। हमारा PAT करीब 23 से 24 करोड़ रुपये रहा है। इसलिए अगर आप आंकड़ों की बात करें तो हम पहले से प्रॉफिट में हैं।

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